दरअसल, आगरा के पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड ने पुलिसिंग व्यवस्था सुधारने के लिए एक नई पहल की है। इसके तहत पुलिसिंग को हाईटेक बनाने के लिए आईटी और इनोवेशन सेल का गठन किया गया है। इस सेल के लिए आगरा पुलिस कमिश्नरेट के सभी थाना प्रभारी निरीक्षक और थानाध्यक्ष के व्हॉट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं।
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कैसे काम करेगा एआई सिस्टम?
आगरा पुलिस कमिश्नरेट के सभी थानों के थाना प्रभारी अपने यहां पर दर्ज होने वाली एफआईआर और एनसीआर की पीडीएफ को आईटी एंड इनोवेशन सेल के बनाए व्हॉट्सएप ग्रुप में शेयर करेंगे। शेयर किए गए पीडीएफ को एफएआई सिस्टम को भेजा जाएगा। जिससे एआई सिस्टम एफआईआर को पढ़ेगा। उसका विश्लेषण करके बताएगा कि इस एफआईआर या एनसीआर में कौन सी धाराएं लगानी चाहिए थी और कौन सी धाराएं अभी बढाएं और कौन सी धाराए हटाएं।एआई के सुझाव की समीक्षा करेंगे एसीपी
डीसीपी सोनम कुमार ने बताया कि एफएआई सिस्टम से सभी एसीपी को सुझाव मिलेंगे। एआई जो सुझाव देगा एसीपी उसकी समीक्षा करेंगे। समीक्षा के बाद आपत्ति लगाई जाएगी. समीक्षा के बाद किसी भी धारा को लागू न होने, जोड़ने या हटाए जाने के कारण बताने होंगे। यह भी पढ़ेंः 54 जिलों में IMD ने जारी किया ट्रिपल अलर्ट, पांच जिले रेड जोन में, जानें बारिश का लेटेस्ट अपडेट इसके साथ ही चिट्ठी मजरूबी और मेडिको लीगल रिपोर्ट भी एफएआई पर अपलोड की जाएगी। इसके अलावा आगरा कमिश्नरेट में जनसुनवाई भी ऑनलाइन शुरू हो रही है। इसमें गूगल मीट की मदद ली जा रही है।
-आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट