दो किसान भाइयों कर कर ली थी आत्महत्या
यह पूरा मामला आगरा और हाथरस से जुड़ा हुआ है। 22 जून को आगरा जिले के बरहन पुलिस स्टेशन के रूपधनु गांव निवासी किसान संजय सिंह ने अपने खेत में लगे आम के पेड़ में फंदा बनाकर आत्महत्या कर लिया था। वहीं बड़े भाई होमगार्ड प्रमोद कुमार ने आरोप लगाया था कि उसके भाई की ससुराल हाथरस के सादाबाद में उसका साला एक युवती को लेकर भाग गया। केस दर्ज होने के बाद सादाबाद पुलिस संजय सिंह को उठा ले गई और तीन दिन तक बुरी तरह मारपीट कर शांति भंग में चालान कर छोड़ दिया। पुलिस पर आरोप लगाते हुए बड़े भाई प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस ने धमकी दी थी कि अगर लड़की नहीं मिली तो फिर थाने उठा लाएंगे। पुलिस के टॉर्चर से परेशान होकर मेरे भाई ने आत्महत्या कर लिया।
दो सगे भाइयों की मौत से गांव वाले भड़के
छोटे भाई संजय सिंह की मौत के बाद सोमवार 24 जून को बड़े भाई होमगार्ड प्रमोद कुमार ने भी अपने खेत में आम के पेड़ से फंदा बनाकर आत्महत्या कर लिया। उसके पास से एक नोट बरामद हुआ। इसमें मृतक प्रमोद कुमार ने सादाबाद थाने के दरोगा हरिओम अग्निहोत्री पर पैसे मांगने के साथ प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। नोट में उन्होंने यह भी लिखा कि पुलिस से पंगा मत लेना। यही मेरी सबसे बड़ी भूल थी। दो सगे भाइयों द्वारा की गई आत्महत्या से गांववालों में गुस्सा बढ़ गया।
प्रमोद कुमार के जीजा ने दी तहरीर
इस पूरे मामले में प्रमोद के जीजा जसवंत सिंह उर्फ पप्पू ने हाथरस के सादाबाद पुलिस स्टेशन प्रभारी मुकेश कुमार और सब इंस्पेक्टर हरिओम अग्निहोत्री के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने जसवंत सिंह के तहरीर के आधार पर थाना प्रभारी सादाबाद और दरोगा पर आगरा के बरहन थाने में धारा 306, आत्महत्या के लिए उकसाने, प्रताड़ना देना और अवैध वसूली का केस दर्ज कर लिया गया है।