सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो बता दें की दयालबाग क्षेत्र में राधा स्वामी सत्संग सभा के हजारों अनुयाई रहते हैं। यहां सभा के अध्यक्ष के आदेश को सभी मानते हैं। कुछ दिन पहले सत्संग सभा की जमीन से सटे गांव के लोगों ने वीडियो वायरल कर यमुना की तलहटी में जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था। सभा द्वारा जमीन पर बोर्ड लगाकर राधा स्वामी सत्संग सभा बैकुंठ धाम का बोर्ड लगाया गया था और वहां एक झोपड़ी भी बना दी गई थी। प्रशासन ने बोर्ड और झोपड़ी को हटवा दिया था, गुरुवार को सभा द्वारा उक्त स्थान पर फिर से बोर्ड और झोपड़ी बना दिए गए। प्रशासनिक अधिकारियों के पहूंचने पर भी सभा के अनुयाइयों ने बोर्ड नहीं हटाने दिया और लीगल नोटिस देकर सुनवाई करने को कहा। काफी कोशिश के बाद टीम को वापस लौटना पड़ा।
सत्संग सभा का यह है कहना सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी एस के नैय्यर का कहना है की सभा ने जमीन पर कब्जा नहीं किया है। यहां अराजक तत्व घूमते थे और खनन होता था। सभा द्वारा यहां स्वक्षता अभियान चलाकर इस स्थान को सुंदर बनाया गया है और बोर्ड सिर्फ इसलिए लगाया गया है की लोगों को पता चले की यह काम किसने किया है। इस काम को करने के लिए किसी की अनुमति लेना जरूरी नहीं है। अगर हम गलत हैं तो प्रशासन कानूनी तरीके से नोटिस दे और हम उसका जवाब देंगे, गलत पाए जाने पर प्रशासन सबकुछ हटा सकता है।
प्रशासन करेगा कार्रवाई एसीएम संजीव कुमार ने बताया की अवैध कब्जा हटाने के लिए टीम गई थी। सत्संग सभा द्वारा यहां रिसर्च की बात कही गई है जो कहीं दिखाई नहीं दी है और न ही जमीन पर कोई काम करने की अनुमति ली गई है। जिलाधिकारी को मामले से अवगत करा दिया गया है। जिलाधिकारी के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।