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जामा मस्जिद से सूफी शेख सलीम चिश्ती की मजार पर नजर पड़ती है। पूरी जामा मस्जिद खूबसूरत नक्काशी और रंगीन टाइलों से सजी हुई है। बुलंद दरवाजे से होते हुए जामा मस्जिद तक पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा यहां बादशाही दरवाजा भी है। इसकी खूबसूरती भी देखते ही बनती है। 25 से 30 हजार लोग एक साथ अदाते हैं नमाज
यहां के स्थानीय लोग बताते हैं कि सदियों से लोग इस मस्जिद में नमाज पढ़ने आ रहे हैं। देश की सबसे बड़ी मस्जिदों में इसका नाम शुमार है। इस मस्जिद में 25 से 30 हजार लोग एक साथ बैठ कर नमाज अदा कर सकते हैं। चारों तरफ अब यह घनी आबादी से घिरी हुई है।
यहां के स्थानीय लोग बताते हैं कि सदियों से लोग इस मस्जिद में नमाज पढ़ने आ रहे हैं। देश की सबसे बड़ी मस्जिदों में इसका नाम शुमार है। इस मस्जिद में 25 से 30 हजार लोग एक साथ बैठ कर नमाज अदा कर सकते हैं। चारों तरफ अब यह घनी आबादी से घिरी हुई है।
इसके बगल में ही आगरा का लाल किला है। लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर पत्थर से इसे तराशा गया है। मस्जिद 130 फुट लम्बी और 100 फुट चौड़ी है। सैकड़ों साल बीत जाने के बावजूद भी इस मस्जिद की खूबसूरती कम नहीं हुई है।