एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया कि एएआई की भूमिका जमीन मिल जाने के बाद शुरू होनी है। अभी कुछ जमीन और अधिग्रहित की जानी है। इस अवशेष जमीन पर बने मकानों का मुआवजा मुख्य मुददा है। प्रशासन इसके लिये अपनी ओर से प्रयास कर रहा है। सोसायटी की ओर पूछी एक जानकारी में उन्होंने बताया कि सभी वायुयान लैंडिंग के बाद और टेक आफ करने से पहले, सिविल एयर एन्कलेव पर सुविधाजनक तरीके से पार्किंग कर सकें, इसके लिये यह जमीन जरूरी है। अनिल शर्मा ने कहा कि अधिग्रहण को 4.50 एकड़ की जमीन में पेड आदि तो नहीं खड़े हैं, जिन्हें हटाये जाने को लेकर वन विभाग की अनुमति की औपचारिकता को पूरा करना हो।
निदेशक ने बताया कि दो हेक्टेयर की जो अतरिक्त जगह मांगी है, उसके मिल जाने के बाद टर्मिनल पर बड़े और इंटरनेशनल फ्लाइटों के हवाई जहाजों का पहुंचना सहज हो जायेगा। निदेशक ने बताया कि सिविल एयर एन्कलेव तक यात्रियों और उनको लाने या लेजाने में सहायता करने वालों को होती रही परेशानियों को काफी हद तक कम करने का प्रयास किया गया है। हाल में ही हुई एयरपोर्ट एडवाईजरी कमेटी में अपेक्षा की गयी कि नगर परिवहन की दो बसें एन्कलेव के परिसर से अजित नगर गेट तक फ्लाइट के समय अनुसार चलवाईं जायें, जिससे यात्रियों और उनके सहयोगियों को एन्कलेव तक आने जाने में कोई परेशानी नहीं हो। मुलाकात में अनिल शर्मा के साथ पत्रकार राजीव सक्सेना भी थे।