पूजा की थाली लेकर किया बच्चों का इंतजार
नरेश पारस ने बताया कि गुरुवार को दोनों बच्चे आगरा आ गए। बेटी राखी रात को ही आ गई थी और बेटे बबलू को नरेश पारस नीतू के घर लेकर पहुंचे। मां को पहले से ही जानकारी दे दी थी। इसलिए वह पूजा की थाली लेकर अपने बेटे और बेटी का इंतजार कर रही थी। जैसे ही दोनों घर पर आए मां उनसे लिपटकर भाव विह्वल हो रोने लगी और बेटे से कहने लगी कि ‘तू दीदी के साथ क्यों चला गया था, मेरे जिगर के टुकड़े मेरे गले से लग जा।’
मिलाने वालों को दिया बिग थैंक यू
बबलू और राखी की मां नीतू का कहना है कि नरेश पारस हमारे लिए भगवान की तरह हैं। जिस तरह से भगवान ने बिछड़े हुए को उनके परिवार से मिलाता है। नरेश पारस ने मेरे बच्चों को मुझे मिला दिया है। मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि जैसा समय मैंने देखा किसी के परिवार में ऐसी मुश्किल ना आए।