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घबराएं हुए है पत्थर उद्यमी, कोटा स्टोन की चमक को मार्बल से खतरा कचरा परिवहन का स्तर इसमें देखा जाएगा कि घरों से कचरा संग्रहण की क्या व्यवस्था है। प्वाइंट पर कचरा कैसे पहुंचता और परिवहन होता है। निगम की तैयारी :शहर में घर-घर कचरा संग्रहण की योजना लागू की जा रही है। दो दर्जन वार्डों में व्यवस्था लागू हो चुकी है। अन्य वार्डों के लिए टेण्डर जारी हो चुके हैं। कचरे की प्रोसेसिंग और डिस्पोजल-शहर से निकलने वाले कचरे का कैसे उपयोग व निस्तारण किया जाता है। निगम की तैयारी : फिलहाल कचरे का प्रोसेसिंग और डिस्पोजल नहीं किया जाता। कचरा प्वाइंट से कचरा ट्रेंचिंग ग्राउण्ड पर खाली होता है। अब कचरे से बिजली बनाने का प्लांट लगाने के लिए निविदाएं जारी की हैं। यह भी पढ़ें
पीएम मोदी ने रखा गांवों को डिजिटल युग से जोड़ने का लक्ष्य, कोटा से 10 हजार लोग हुए साक्षर जनता बताएंगी सफाई में कैसा है शहर कचरे का वर्गीकरण होता है या नहीं-गीला-सूखा कचरा अलग-अलग संग्रहित होता है या नहीं। होता है तो उसका निस्तारण कैसे करते हैं। निगम की तैयारी: शहर में दो साल पहले एसएलआरएम प्रोजेक्ट के तहत गीला-सूखा कचरा संग्रहण की व्यवस्था लागू की थी, लेकिन पार्षदों ने इसे नहीं चलने दिया। अब वापस योजना चालू करने की तैयारी में है। स्वच्छता के लिए शहर की जनता, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों को कैसे जागरुक करते हैं। निगम की तैयारी: निगम की ओर से अगले माह से व्यापक स्तर पर स्वच्छता के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जनप्रतिनिधियों को भी इससे जोड़ा जाएगा।
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ये भी देखेंगेकचरा परिवहन वाहनों पर जीपीएस सिस्टम लागू करना जरूरी। बस स्टैण्ड, स्टेशन, धार्मिक एवं एेतिहासिक स्कूलों की स्थिति। सामुदायिक शौचालय कितने हैं, उनकी क्या स्थिति है। सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति की क्या व्यवस्था, बायोमैट्रिक मशीन से उपस्थिति जरूरी।शहर के बाजारों, मॉल, सिनेमाघरों में सफाई कैसी है, क्या सिस्टम है।शहर खुले से शौच मुक्त है या नहीं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत कितने शौचालय बने। स्वच्छता का संदेश देने के लिए शहर में पेटिंग्स करवाई है या नहीं।
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