अशोका बिरयानी के सभी ब्रांच सील, आधा दर्जन कर्मचारी गए जेल…शव रखकर 1-1 करोड़ मुआवजा की मांग
Raipur Ashoka Biryani News: रायपुर तेलीबांधा इलाके की अशोका बिरयानी में दो कर्मचारियों की मौत के बाद प्रशासन ने शुक्रवार रात इसके राजधानी रायपुर में स्थित सभी आउटलेट को सील कर दिया है।
Ashoka Biryani Gutter Incident: रायपुर तेलीबांधा इलाके की अशोका बिरयानी में दो कर्मचारियों की मौत के बाद प्रशासन ने शुक्रवार रात इसके राजधानी रायपुर में स्थित सभी आउटलेट को सील कर दिया है। दूसरी ओर देर रात तेलीबांधा पुलिस ने अशोका बिरयानी सेंटर प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार अशोका बिरयानी के एमडी केके.तिवारी, सीईओ सनाया तिवारी और जीएम रोहित चंद समेत ब्रांच मैनेजर रोमिना मंडल पर गैर इरादतन हत्या की धारा 304 के तहत तेलीबांधा थाने में मामला दर्ज किया गया। बताते चलें कि रोमिना मंडल और जीएम रोहित चंद पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बाकी आरोपी फरार हैं। गुरुवार को सफाई के दौरान गटर में इसके दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी। मौत के बाद अशोका बिरयानी प्रबंधन ने मामले में लीपापोती करने के लिए अपने महिला एवं पुरुष कर्मचारियों को आगे कर दिया था। पूरे घटनाक्रम के बाद प्रशासन ने एक्शन लेते हुए अशोका बिरयानी के स्टेशन रोड, पचपेड़ी नाका, लाभांडी, महोबा बाजार और रायपुरा में संचालित आउटलेट को सील कर दिया है।
परिजनों ने की 1-1 करोड़ मुआवजा की मांग
घटना को लेकर साहू संघ शहर जिला प्रकोष्ठ और छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के साथ मृतकों के परिजन रात भर अशोका बिरयानी के सामने विरोध प्रदर्शन करते रहे। साहू संघ के युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष देवदत्त साहू व सलाहकार प्रदीप साहू ने कहा कि दोनों की मौत से समाज में बहुत आक्रोश है। ये गटर सफाई करने वाले नहीं थे। उनके शरीर में चोट के निशान भी थे। दोनों परिवारों को प्रबंधन की ओर से 1-1 करोड़ रुपए मुआवजा मिलना चाहिए।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के मुय प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने इस मामले में दोषियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। साथ ही मृतक के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की भी मांग की है। देर रात विधायक मोतीलाल साहू भी धरने में शामिल हो गए। विधायक ने होटल संचालक को गिरतार करने व बुलडोजर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मांग पूरी नहीं होने तक धरने पर बैठे रहने की घोषणा की है।
डेविड की कमाई से चलता था घर
अशोका बिरयानी में धमतरी निवासी डेविड साहू की भी मौत हुई है। डेविड की बड़ी बहन खुशी साहू ने बताया कि 6 बहनों के बाद डेविड अकेला भाई था। अशोका बिरयानी में सुपरवाइजर के पद में कार्य करता था। डेविड पर घर को चलाने के साथ अपनी व बहन की शादी की भी जिमेदारी थी। पिता बुजुर्ग हो गए हैं, जिसके कारण छोटा भाई पूरा घर का खर्च चला रहा था।
जांजगीर निवासी मृतक नील कुमार पटेल के भाई दिनेश पटेल ने बताया कि ढाई वर्ष पूर्व नील पटेल की शादी हुई थी। डेढ़ वर्ष का छोटा बेटा है। घटना के बाद होटल प्रबंधन ने लगातार गुमराह करते हुए मौत की अलग-अलग वजह बताई। अब प्रबंधन इस मामले को ठंड बस्ते में डालना चाहता है। जब तक हमारी बात प्रशासन तक नहीं पहुंच जाती, तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
रोते हुए बहन बोलीं- ये हादसा नहीं हत्या है
शुक्रवार को मृतक डेविड साहू की छोटी बहन गटर के पास पहुंची तो गटर देखकर रोने लगी। साथ ही परिजनों ने होटल परिसर में खड़े होकर प्रबंधन पर अपने भाईयों के हत्या करने का आरोप लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों ने कहा है कि ये एक हादसा नहीं बल्कि हत्या है। जब एक व्यक्ति की अंदर में मौत हो गई, तो उसे निकालने के लिए जबरन दूसरे को धकेला गया।
सीसीटीवी खराब, पुलिस ने जब्त किया डीवीआर
मृतकों के परिजन ने बताया कि हमने जब होटल प्रबंधन से सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा तो वो खराब होने का बहाना बनाने लगा। साथ ही उन्होंने बताया कि डेविड व नील के शरीर पर कई चोट के निशान हैं। इन दोनों बातों से परिजन लगातार मैनेजमेंट पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं।
पत्रकारों से मारपीट करने वाले गए जेल
गुरुवार को लाभांडी स्थित अशोका बिरयानी में मौत की घटना का कवरेज करने गए पत्रकारों से मारपीट करने वाले 6 कर्मचारियों को शुक्रवार को पुलिस ने जेल भेज दिया है। इनमें 3 महिला एवं 3 पुरुष कर्मचारी शामिल हैं। पत्रकारों के साथ मारपीट करने वालों में शामिल रोमिना मंडल, नेहा भोडेकर (भूरी), लोकेश्वरी विश्वकर्मा, आकाश मानिकपुरी, मनीष व रोहित चंग को तेलीबांधा पुलिस ने हिरासत में लिया था। इसके बाद उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
कहीं सफाई का मसला तो कहीं गुमास्ता लाइसेंस एक्सपायर
मामले में कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह का कहना है कि मौत की घटना के बाद अशोका बिरयानी के सभी विभागों की जांच के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई थी। जांच में पाया गया कि कई आउटलेट के गुमास्ता लाइसेंस की अवधि समाप्त हो चुकी है। कुछ जगहों पर पार्किंग नहीं मिलने और साफ-सफाई संबंधी समस्याओं के कारण बंद करवा दिया गया है और प्रबंधन को नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा गया है। अधिकारियों ने कहा कि निर्धारित अवधि में जवाब नहीं देने पर अशोका बिरयानी प्रबंधन पर कार्रवाई की जाएगी।