पिछले करीब 27 साल से भारतीय एजेंसियों को चकमा देने वाले अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की पहचान में उसकी अंगुलियों के निशान की बड़ी भूमिका रही है। ये निशान आस्ट्रेलिया में इकठ्ठे किए गए।
राजेन्द्र सदाशिव निकालजे उर्फ छोटा राजन अपने नए ठिकाने की खोज में आस्ट्रेलिया से निकला था। उसके पास करीब 10 लाख रुपए मूल्य की विदेशी मुद्रा और 15 सेट कपड़े थे।
सूत्रों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन(इंटरपोल) की भारतीय एजेंसी के तौर पर कार्य करने वाले केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने आस्ट्रेलियाई इंटरपोल की मदद से छोटा राजन की अंगुलियों के निशान आस्ट्रेलिया के विभिन्न ठिकानों से उठाए और उनका मिलान इंटरपोल के पास मौजूद निशान से किया गया।
इंटरपोल की ओर से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जाने के बाद आस्ट्रेलियाई इंटरपोल और इंडियन इंटरपोल यानी सीबीआई पिछले छह माह से उसे पकडऩे के लिए सक्रिय थीं। जांच एजेंसी को यह पता चला था कि छोटा राजन की आस्ट्रेलियाई रेजिडेंसी वीजा अवधि 31 अक्टूबर 2015 को समाप्त हो रही है।
अंडरवर्ल्ड डॉन अपनी वीजा अवधि बढ़ाने के प्रयास में जुटा था, लेकिर इंटरपोल और सीबीआई की सक्रियता के कारण वह अपने प्रयास में सफल नहीं हो पाया था और अंतत: उसने छह दिन पहले ठिकाना बदलने का मन बनाया था।
सूत्रों का दावा है कि वह इंडोनेशिया सहित चार देशों में अपना ठिकाना तलाश रहा था, जहां से उसके अपराध का साम्राज्य चल सके, लेकिन आस्ट्रेलिया से निकलते वक्त ही आस्ट्रेलियाई इंटरपोल और इंडियन इंटरपोल ने इंडोनिशयाई इंटरपोल को सूचित कर दिया था और अंडरवर्ल्ड डॉन अंतत: बाली से गिरफ्तार किया गया।
Hindi News / 71 Years 71 Stories / कुछ ऐसी है ‘छोटा राजन’ की गिरफ्तारी की कहानी…