सरकार ने शुक्रवार को कहा कि नोटबंदी के दौरान कई बैंक अधिकारी अनियमितता में शामिल रहे हैं और इस अपराध में शामिल रहे सरकारी बैंकों के 156 तथा निजी बैंकों के 11 अधिकारियों को निलम्बित कर दिया गया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में एक तारांकित प्रश्न के जवाब में कहा कि नोटबंदी के दौरान सरकारी तथा निजी बैंकों के कई अधिकारी अनयिमितता में संलिप्त रहे हैं। सरकार को मिली सूचना के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 156 अधिकारियों को निलम्बित करके 41 अधिकारियों का तबादला कर दिया है।
नोटबंदी के दौरान गड़बड़ी करने के मामले में निजी क्षेत्र के बैंकों के 11 अधिकारी निलम्बित हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान हुए आपराधिक मामले भी हुए हैं और ऐसे 26 मामलों में पुलिस तथा केंद्रीय जांच ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई गई है।
साथ ही उनका कहना था कि बैंक अधिकारियों के खिलाफ अनियमितता को लेकर गड़बड़ी की गंभीरता के आधार पर ममाले चलाए जाते हैं और बैंक अपनी नियमावली के अनुसार अपने कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करता है।