सागर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में निवेश प्रस्तावों के साथ ही एक और खुशखबरी मिली। विमानन विभाग के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ल ने बताया कि ढाना एयरस्ट्रिप को एयरपोर्ट के रूप में डेवलप करने का प्रस्ताव मिला है। प्रस्ताव की मंजूरी के बाद एयरपोर्ट निर्माण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
ढाना एयर स्ट्रिप की देखरेख प्रदेश के पीडब्ल्यूडी द्वारा की जाती है। फिलहाल रनवे की लंबाई 969 मीटर है जबकि एयरपोर्ट के लिए कम से कम डेढ़ किलोमीटर के रनवे की जरूरत होती है।
ढाना एयर स्ट्रिप को एयरपोर्ट बनाने के लिए कई सालों से मांग उठ रही है।रहली विधानसभा में आने वाली ढाना एयरस्ट्रिप के विस्तार के लिए पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी चर्चा की गई थी। इसके बाद एविएशन डिपार्टमेंट ने एक सर्वे टीम भी भेजी। टीम ने व्यवसायिक दृष्टि के साथ ही अन्य पहलुओं के आधार पर सर्वे किया और केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंप दी थी।
सागर जिले के ढाना में स्थित ढाना हवाई पट्टी सागर संभागीय मुख्यालय के साथ ही खुरई और बीना शहर के भी नज़दीक है। यह दमोह जिला मुख्यालय के भी पास है। यहां डामर रनवे है, जिस पर रनवे लाइट भी लगाई गई हैं। एप्रन क्षेत्र में 10-12 छोटे विमान खड़े हो सकते हैं। यहां एक हेलीपैड भी है। फिलहाल ढाना हवाई पट्टी पर एक निजी कंपनी का एविएशन सेंटर संचालित है जिसमें पायलटों को ट्रेनिंग दी जाती है
प्रदेश में हवाई पट्टियों के विकास का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। ग्वालियर एयरपोर्ट के बाद रीवा हवाई अड्डे के भी निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है। इसी तर्ज पर सागर की ढाना हवाई पट्टी का भी हवाई अड्डा के रूप में विस्तार करने की लगातार मांग उठते रही है।
ढाना में यह हवाई पट्टी सन 1960 से संचालित है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जिस तरह से प्रदेश के अनेक स्थानों पर एयरपोर्ट बनाए जा रहे है, वैसे ही सागर संभागीय मुख्यालय पर इस हवाई पट्टी को डेवलप कर एयरपोर्ट बनाया जा सकता है।
सागर बुंदेलखंड का सबसे बड़ा शहर है। यहां कई बड़े शैक्षणिक और साइंटिफिक ऑर्गेनाइजेशन्स भी हैं। सेना की सबसे बड़ी छावनी है। इतना ही नहीं, प्रदेश की इकलौता सेंट्रल यूनिवर्सिटी भी यहीं है। सागर जिले के बीना में भारत-ओमान रिफाइनरी है। ऐसे में यहां एक एयरपोर्ट की दरकार है।
बता दें कि प्रदेश में दो और एयरपोर्ट निर्माण का काम चल रहा है। इसी साल मार्च में केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इनकी घोषणा की थी। प्रदेश के गुना और शिवपुरी में नए एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं। ये दोनों एयरपोर्ट 45—45 करोड़ रुपयों से विकसित किए जाएंगे। इनके लिए राशि मंजूर हो चुकी है। इन दोनों एयरपोर्ट को केंद्र की उड़ान योजना में शामिल किया गया है।
नागर विमानन मंत्रालय ने दोनों एयरपोर्ट के लिए 90 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। शिवपुरी से भोपाल के लिए हवाई रूट भी तैयार किया जा रहा है। इसके लिए नई 19 सीटर एयरलाइन को भी मंजूरी दी जा रही है। एयरपोर्ट बनने के बाद नई एयरलाइंस ही यहां अपना विमान चलाएगी।