जानकारी के अनुसार शहर के नया हाऊसिंग बोर्ड निवासी शंकर लाल (60) पुत्र आसान लाल सिंधी जिसका शव गुरुवार दोपहर लाखोटिया तालाब स्थित गऊघाट के किनारे तालाब में तैरता मिला। सूचना पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसको लेकर पुलिस जांच में जुटी है। इधर, मृतक के परिजनों ने बताया कि पाली की एक बैंक से उन्होंने मकान पर लोन ले रखा है। कुछ समय से व्यापार ठप होने से मकान की कुछ किस्त बकाया हो गई। जिसको लेकर पिछले 15 दिनों से बैंक अधिकारियों की ओर से मकान सीज करने की धमकियां दी जा रही थीं।
मृतक के मोबाइल पर बैंक से आते रहे कॉल
परिजनों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से बैंक अधिकारी बार-बार फोन कर परेशान कर रहे थे। गुरुवार को भी बैंक अधिकारियों ने मकान सीज करने की अंतिम वार्निंग देते हुए धमकी दी। आहत होकर शंकरलाल ने
पाली के लाखोटिया तालाब में कूद कर जान दे दी। मृतक शंकरलाल के
सुसाइड करने के बाद शव को बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में लाया। यहां भी मृतक के मोबाइल पर बैंक अधिकारी के कॉल आते रहे। वहां मौजूद मृतक के रिश्तेदारों ने बात की और सुसाइड की जानकारी दी।
कर्ज से परेशान युवक ने फंदा लगाकर दी जान
वहीं कोतवाली थाना क्षेत्र के धानमंडी निवासी एक युवक ने बैंक कर्ज से आहत होकर फंदे पर झूल आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। धानमंडी चौकी प्रभारी भल्लाराम विश्नोई ने बताया कि धानमंडी निवासी शफी मोहम्मद (38) पुत्र फरीद खान छीपा ने गुरुवार शाम घर में कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। घटना के समय परिवार के लोग भी घर में ही थे, लेकिन उन्होंने सोचा कि कमरे में सो रहे होंगे। किसी काम से परिवार के लोग कमरे में गए तो शफी फंदे पर झूलता मिला। मृतक के भाई मोहम्मद हुसैन ने रिपोर्ट दी है जिसमें आरोप लगाया कि बार-बार बैंक वाले फोन कर शफी को परेशान कर रहे थे। आहत होकर उसने अपनी जान दे दी। पुलिस ने शव को बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। इस दौरान अस्पताल परिसर में परिजन व समाज के लोग पहुंचे। शुक्रवार को शव परिजनों को सौंपा जाएगा।