– इस संगठन का मुख्य कार्य दिव्यांग/विकलांग लोगों की आर्थिक से रुप से मदद करके उन्हें सशक्त करना है।
– इसे हम इस तरह भी कह सकते हैं कि भारत सरकार द्वारा दिव्यांग/विकलांग लोगों की जिंदगी आसान करने के लिए नेशनल हैंडीकैप्ड फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन‘ (NHFDC) का गठन किया गया है।
उद्देश्य – विकलांगजनों के बौद्धिक और शारीरिक क्षमताओ के दृष्टिगत उनके कौशल विकास के लिए सरकारी/गैर सरकारी संस्थानो के माध्यम से प्रशिक्षण आयोजित करके उन्हे स्वयं रोजगार के अवसर प्रदान करना।
– योजना दृष्टिबाधित, श्रवणबाधित, अस्थिबाधित, कुष्ठरोग, मानसिक बीमारी (पागलपन) वाले दिव्यांगों के जीवन एवं स्वास्थ्य को बेहतर बनाने हेतु कम खर्च में स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई एक प्रतिष्ठित योजना है।
– कमर्शियल वाहन खरीदने के लिए
– सर्विस/ट्रेडिंग का बिजनेस करने के लिए लोन
– कृषि गतिविधियाँ चलाने के लिए लोन
– छोटी औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए लोन
– मानसिक रुप से अविकसित व्यक्तियों के लिए लोन
– सर्विस/ट्रेडिंग क्रियाकलाप के लिए 3 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन।
– सर्विस सेक्टर का बिजनेस करने के लिए लिए 5 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन नेशनल हैन्डीकैप्ड फाइनैंस एंड डेवलपमेंट कोर्पोरेशन से मिलता है।
– नेशनल हैन्डीकैप्ड फाइनैंस एंड डेवलपमेंट कोर्पोरेशन
– पंजाब एण्ड सिंध बैंक
– ऑरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) ये हैं शर्तें
– आवेदन कर्ता भारतीय नागरिक हो।
– 18 वर्ष से अधिक उम्र होना चाहिए।
– भारत सरकार के मानक अनुसार न्यूनतम 40% दिव्यांगता/विकलांगता होना चाहिए।
– कम से कम 10वीं क्लास पास होना चाहिए।
– जिस बिजनेस के लिए लोन की मांग की जा रही हो, वह बिजनेस CGS के अप्रूव्ड होना चाहिए