बिलासपुर रेलवे जोन ने रचा इतिहास, माल लदान में तोड़ा अपना रिकॉर्ड
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2016-17 की पहली ही तिमाही में 43.77 मिलियन टन लदान कर देश में अपना प्रथम स्थान दर्ज किया
![](data:image/svg+xml,%3csvg%20xmlns=%27http://www.w3.org/2000/svg%27%20version=%271.1%27%20width=%27400%27%20height=%27266%27/%3e)
![Goods Train](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fcms.patrika.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2015%2F03%2F31%2FGoodsTrain408-1427780541.jpg%3Ffit%3Dcover%2Cgravity%3Dauto%2Cquality%3D75&w=828&q=75)
बिलासपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2016-17 की पहली ही तिमाही में 43.77 मिलियन टन लदान कर देश में अपना प्रथम स्थान दर्ज किया। अपनी स्थापना वर्ष से ही एसईसीआर भारतीय रेल में माल परिवहन की दृष्टि से अग्रणी जोन रहा है। देश की आर्थिक गतिविधियों को सुचारु रूप से चलाने के लिए दपूमरे का यह प्रयास काफी महत्वपूर्ण है। एसईसीआर को इस वर्ष 177 मिलियन टन माल ढुलाई का लक्ष्य दिया गया है।
ज्ञात हो कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अपनी स्थापना वर्ष 2003 के बाद वर्ष 2013-14 तक सर्वाधिक माल लदान करने का कीर्तिमान रच रहा है। इसके अलावा 150 मिलियन टन से भी अधिक माल लदान करने वाला पूरे देश में एकमात्र जोन रहा है। जोन को अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए 3.5 प्रतिशत विकास दर की आवश्यकता है। वहीं प्रथम तिमाही (अप्रैल-जून) में 8.2 प्रतिशत की विकास दर दर्ज की गई है, जिससे यह अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है कि यह जोन पुन: माल लदान के क्षेत्र में पूरे भारत वर्ष में सिरमौर रहेगा।
कोयला में लदान में हुई सर्वाधिक वृद्धि
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 13 प्रतिशत अधिक कोयला लदान में सर्वाधिक वृद्धि दर्ज कराई है। इसके अलावा लौह अयस्क की ढुलाई में 8 प्रतिशत साथ ही सीमेंट तथा अन्य सामग्रियों में भी पिछले वर्ष से ज्यादा लदान हुआ है। भारतीय रेल में माल परिवहन को आंकने का एक महत्वपूर्ण तरीका औसत वैगनों का लदान है।
इसमें भी जोन ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रथम तिमाही में ही जोन ने औसतन 7078 वैगनों का प्रतिदिन लदान कर अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह उपलब्धि और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है, जब रेल लाइनों की दोहरीकरण एवं तीहरीकरण जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य करने के बाद भी माल लदान में कोई कमी नहीं आई।
तीनों मंडलों में बेहतरीन तालमेल
इस उपलब्धि पर एसईसीआर के बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर मंडलों के बीच अद्वितीय तालमेल योगदान काफी सराहनीय है। वहीं इस उपलब्धि में रेलवे के प्रमुख सहयोगी कोल इंडिया का सहयोग व अन्य ग्राहकों के साथ बेहतर प्रयास का नतीजा है। रेलवे द्वारा समय-समय पर बैठक लेकर माल भाड़ा नीति के जरिए सहयोगियों द्वारा किए गए मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाता है।
महाप्रबंधक ने सराहा
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सत्येन्द्र कुमार ने माल लदान के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करने पर रेलवे सभी कर्मियों की सराहना की। उन्हें प्रोत्साहित करते हुए आगे भी उत्कृष्टों कार्यों का प्रदर्शन करने की बात कहीं, जिससे यह जोन पूरे भारत में एक मिसाल के रूप में जाना व पहचाना जाए।
यात्री गाडि़यों के परिचालन में भी अव्वल
इस वर्ष के आरंभ से ही माल ढुलाई के साथ ही यात्री गाडि़यों के परिचालन में पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर मंडलों में यात्री गाडि़यों को निर्धारित समय पर चलाने का प्रयास किया गया तथा जोनल स्तर पर भी इसकी सतत मॉनिटरिंग की गई। जिसके कारण दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों की समयबद्धता 90 प्रतिशत रहा। जो पिछले वर्ष की तुलना में 11.5 प्रतिशत अधिक है। वहीं जून माह के दो दिन एक्सप्रेस, पैसेंजर गाडि़यों की समयबद्धता 100 प्रतिशत दर्ज की गई।
Hindi News/ Bilaspur / बिलासपुर रेलवे जोन ने रचा इतिहास, माल लदान में तोड़ा अपना रिकॉर्ड