सिम बलॉक करने से पहले दी गई वॉर्निंग
इसके बाद FBR ने 5,000 लोगों को एक मैसेज भेजा, जिसमें उन्हें वॉर्निंग दी गई कि अगर उन्होंने अपना रिटर्न दाखिल नहीं किया तो उनके मोबाइल फोन सिम ब्लॉक कर दिए जाएंगे। इसने टेलीकॉम ऑपरेटर्स से ब्लॉक किए गए सिम की डिटेल भी मांगी है। इसके बाद बोर्ड ने 5,000 नॉन-फाइलर्स का डेटा कंपनी को भेज दिया जिनमें 3500 से ज्यादा सिम को बंद कर दिया गया और बाकी बंद होने की कतार में है।
टेलिकॉम कंपनियां अब जता रहीं विरोध
FBR के ITGO जारी करने के बावजूद टेलिकॉम कंपनियों ने पाकिस्तान के आईटी मंत्रालय और पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (PTA) को एक लेटर लिखकर इस कदम का विरोध किया। इस लेटर में उन्होंने लिखा कि उन्हें दी गई परिस्थितियों को छोड़कर, अपने ग्राहकों को निर्बाध सेवाएं देने के लिए बाध्य किया गया था। ये नियम ठीक नहीं है। ऐसे कोई उदाहरण नहीं हैं जहां वे किसी ग्राहक की सेवा को डिस्कनेक्ट या ब्लॉक कर सकें।
टैक्स की दर भी बढा़ई
हालाँकि ये भी कहा जा रहा है कि इस बड़ी कार्रवाई के एक दिन पहले ही टेलिकॉम ऑपरेटर्स FBR के साथ कई बैठकों के बाद गैर-फाइलर्स के सिम को ब्लॉक करने पर सहमत हुए थे। इसी बैठक में तय हुआ था कि FBR ने गैर-फाइलर्स पर 2.5 प्रतिशत के बजाय 90 प्रतिशत का विदहोल्डिंग टैक्स लगाय़ा जाएगा।