दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे में वोटिंग
भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने कहा कि ईरानी नागरिक अपने राष्ट्रपति का चुनाव (Iran Presidential Election) देश के संविधान के मुताबिक ही करेंगे जो भारत में रह रहे हैं। यानी भारत में रह रहे ईरानी नागरिक अपने देश के राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान कर रहे हैं। भारत सरकार की तरफ से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और पुणे में इस चुनाव के लिए पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां पर भारत में रह रहे ईरान के नागरिकों ने जाकर वोटिंग की। भारत के इस इंतजाम के लिए इलाही ने सरकार को धन्यवाद भी दिया है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए 4 लोग मैदान में
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए ईरानी राजदूत ने कहा कि ईरान में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 4 लोग मैदान में खड़े हैं। ये हैं सईद ज़लीली, मोहम्मद बाकर कालीबाफ, मुस्तफा पोरमोहम्मदी, मसूद पेजेशकियन। भारत सरकार ने जो किया उससे ईरान और भारत के द्विपक्षीय संबंध और ज्यादा मजबूत होंगे। भारत और ईरान के बीच मजबूत संबंधों की गवाह चाबहार बंदरगाह परियोजना है जो अफगानिस्तान के साथ व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण यातायात बंदरगाह के तौर पर काम कर रही है। चाबहार बंदरगाह के विकास और संचालन में भारत एक प्रमुख खिलाड़ी रहा है।
इब्राहिम रायसी की मौत के बाद अचानक चुनाव का ऐलान
बता दें कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के उत्तराधिकारी को चुनने के लिए शुक्रवार को ईरान में अचानक घोषित हुए राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुआ। जिनकी इस साल 19 मई को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। ईरान में चुनाव के लिए मस्जिदों और स्कूलों सहित सार्वजनिक स्थानों पर 58,640 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।