इस साल 323 आतंकी हमले
इस्लामाबाद (Islamabad) के एक थिंक टैंक की सुरक्षा आकलन रिपोर्ट में बताया गया है कि मार्च महीने में पाकिस्तान में 56 आतंकी हमले हुए हैं। फिर अप्रैल महीने में 77 आतंकी हमले। जिसमें करीब 70 लोगों की जान चली गई। रिपोर्ट में बताया गया है कि साल के शुरुआती चार महीने में पाकिस्तान ने 323 आतंकी हमलों का (Terrorist Attack in Pakistan) सामना किया, जिनमें 324 लोगों की जान गंवानी पड़ी और 387 लोग घायल हुए हैं।
सुरक्षाकर्मियों की भी गई जान
मीडिया रिपोर्ट में पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (PICSS) की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि आतंकी हमलों में मारे गए 70 लोगों में 35 नागरिक और 31 सुरक्षा कर्मी शामिल हैं। इससे पहले मार्च में 56 आतंकी हमले हुए जिनमें 77 मौत हुईं। इससे पाकिस्तान में आतंकी हमलों में 38 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। इन आतंकी हमलों में खैबर पख्तूनख्वा में भारी नुकसान हुआ है।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 55 आतंकी हुए ढेर
सुरक्षा रिपोर्ट में पूरे महीने संभावित हमलों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा किए गए प्रयासों को भी रेखांकित किया गया है। हमले के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कम से कम 55 संदिग्ध आतंकी मारे गए और 12 गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें बाशम आत्मघाती हमले के दोषी भी शामिल हैं। अप्रैल में हुए कुल आतंकी हमलों में से 73 प्रतिशत हमले खैबर पख्तूनख्वा में हुए हैं।
फेल हो रही शहबाज़ सरकार!
पाकिस्तान में हो रहे इन आतंकी हमलों से साफ है कि शहबाज़ सरकार (Pakistan PM Shahbaz Sharif) अपने ही मुल्क को सुरक्षित नहीं रख पा रहे हैं। कश्मीर पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले शहबाज़ से अपना ही मुल्क नहीं संभाला जा रहा है। लगातार इतनी बड़ी संख्या में किसी देश में आतंकी हमले उस देश को बेहद कमजोर बना देते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तान में हो रहे आतंकी हमलों में सबसे ज्यादा विदेशी नागरिकों को टारगेट बनाया जा रहा है।
विदेश नागरिक भी हो रहे टारगेट
खैबर पख्तूनख्वा में बीते महीने हुए हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट पर हुए आतंकी हमले में 5 चीनी जवानों की मौत हो गई थी। जिसके बाद चीन ने पाकिस्तान पर अपनी नाराजगी जताई थी। चीन ने तो पाकिस्तान के 200 कर्मचारियों को अपनी कंपनियो से निकाल दिया था। वहीं अप्रैल महीने में ही जापानी नागरिकों की बस पर आतंकी हमला हुआ था। हालांकि उनकी बस बुलेटप्रूफ थी जिससे जापानी नागरिकों की जान बच गई थी। इस घटना में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया था।