1) पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब चल रही है। पाकिस्तान न सिर्फ कंगले से जूझ रहा है, बल्कि देश में महंगाई भी बहुत ज़्यादा हो गई है। एक बार आईएमएफ से बेलआउट लोन ले चुके पाकिस्तान को जल्द ही फिर से इसकी ज़रूरत पड़ सकती है। ऐसे में देश आर्थिक नज़रिए से बहुत ही कमज़ोर हो गया है और इसका असर देश की जनता पर भी पड़ रहा है। ऐसे में शहबाज़ के सामने पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार करना एक बड़ी चुनौती होगी।
2) आतंकवाद से बिगड़ी छवि सुधारना
आतंकवाद पाकिस्तान की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद का पनाहगार रहा है पर पिछले कुछ साल में देश आतंकवाद की चपेट में भी आ चुका है। अफगानिस्तान में तालिबान का शासन फिर से शुरू होने के बाद पाकिस्तान में आतंकवाद की समस्या और भी बढ़ गई है। आए दिन ही पाकिस्तान में कहीं न कहीं धमाके या इस तरह के हमले होते रहते हैं। आतंकवाद की वजह से लंबे समय से पाकिस्तान की छवि काफी खराब है और पिछले कुछ साल में तो यह और भी धूमिल हुई है। ऐसे में शहबाज़ के सामने न सिर्फ पाकिस्तान से आतंकवाद को कम करने की चुनौती होगी, बल्कि इस वजह से देश की बिगड़ी छवि को सुधारने की भी चुनौती होगी।