रूस की आक्रामकता पर बात
यूरोपीय संघ और भारत ने नई दिल्ली में सुरक्षा और रक्षा पर दूसरी बार बातचीत की और यूरोप में अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों और संबंधित आकलन का आदान-प्रदान किया, जिसमें यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता के युद्ध के साथ-साथ दक्षिण एशिया और मध्य पूर्व में विकास भी शामिल रहा।
सुरक्षा और रक्षा नीति पर भी चर्चा
उन्होंने इस परामर्श में, सुरक्षा और रक्षा नीति विकास पर भी चर्चा की। यूरोपीय यूनियन ने EU के रणनीतिक कम्पास और इंडो-पैसिफिक रणनीति के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी, जिसमें यूरोपीय रक्षा औद्योगिक रणनीति ( EDIS ), साथ ही ( EUNAVFOR Aspides ) जैसे नए EU संचालन शामिल हैं।
गहरा करने पर भी चर्चा
उन्होंने साइबर, समुद्री सुरक्षा और संकट प्रबंधन जैसे द्विपक्षीय सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों में जुड़ाव गहरा करने पर भी चर्चा की और सहमति व्यक्त की, जिसमें यूरोपीय संघ परियोजना एन्हांसिंग कोऑपरेशन इन एंड विद एशिया (ECIWA) द्वारा प्रस्तावित संभावनाओं का पूरा उपयोग करना शामिल है।
सहयोग के नए क्षेत्र पता लगाने पर सहमत
ईयू और भारत अंतरिक्ष सुरक्षा सहित सहयोग के नए क्षेत्रों का पता लगाने की आवश्यकता पर भी सहमत हुए। परामर्श की सह-अध्यक्षता यूरोपीय बाहरी कार्रवाई सेवा के सुरक्षा और रक्षा नीति निदेशक जोआनके बालफोर्ट और भारत के रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (अंतरराष्ट्रीय सहयोग) विश्वेश नेगी ने की।