1. कर्मी केंद्रित लॉटरी प्रक्रिया
लॉटरी प्रक्रिया को कर्मचारी केंद्रित बनाया गया है। अब एक लॉटरी प्रक्रिया में एक लाभार्थी या कर्मी एक बार ही शामिल हो सकेगा। इसके लिए अभ्यर्थी के पासपोर्ट या ट्रेवल दस्तावेज को
आधार बनाया गया है।
लॉटरी प्रक्रिया को कर्मचारी केंद्रित बनाया गया है। अब एक लॉटरी प्रक्रिया में एक लाभार्थी या कर्मी एक बार ही शामिल हो सकेगा। इसके लिए अभ्यर्थी के पासपोर्ट या ट्रेवल दस्तावेज को
आधार बनाया गया है।
2. कुल 85000 वीजा होंगे जारी
एक साल में 65000 रेगुलर एच1वीजा, 20 हजार स्पेशिलिटी वर्कर वीजा (अमरीका से मास्टर डिग्री धारकों के लिए) ही जारी किए जाएंगे। नियोक्ता संगठन को प्रति कर्मी ऑनलाइन आवदेन करना और 10 डॉलर (मार्च 2025 से 215 डॉलर) की पंजीकरण फीस जमा करना होगा। उच्च शिक्षा संस्थान या नॉन प्रोफिट संगठन द्वारा किए आवेदन पर कोई वीजा संख्या की लागू नहीं होगी।
एक साल में 65000 रेगुलर एच1वीजा, 20 हजार स्पेशिलिटी वर्कर वीजा (अमरीका से मास्टर डिग्री धारकों के लिए) ही जारी किए जाएंगे। नियोक्ता संगठन को प्रति कर्मी ऑनलाइन आवदेन करना और 10 डॉलर (मार्च 2025 से 215 डॉलर) की पंजीकरण फीस जमा करना होगा। उच्च शिक्षा संस्थान या नॉन प्रोफिट संगठन द्वारा किए आवेदन पर कोई वीजा संख्या की लागू नहीं होगी।
3. हर आवेदक संगठन को मिलेगा डिजिटल खाता
28 फरवरी से अमरीका के आव्रजन विभाग ने एक ऑनलाइन ऑर्गनाइजेशनल एकाउंट शुरू किया है। इसके जरिए संबंधित संगठन और उनके कानून प्रतिनिधि एच1बी वीजा पंजीकरण, आवेदन और प्रीमियम प्रोसेसिंग फॉर्म पूरी तरह से ऑनलाइन मैनेज कर सकेंगे। प्रक्रिया के डिजिटिलाइजेशन की ओर इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
28 फरवरी से अमरीका के आव्रजन विभाग ने एक ऑनलाइन ऑर्गनाइजेशनल एकाउंट शुरू किया है। इसके जरिए संबंधित संगठन और उनके कानून प्रतिनिधि एच1बी वीजा पंजीकरण, आवेदन और प्रीमियम प्रोसेसिंग फॉर्म पूरी तरह से ऑनलाइन मैनेज कर सकेंगे। प्रक्रिया के डिजिटिलाइजेशन की ओर इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
4. बढ़ाई गई आवेदनों की फीस
अप्रेल 2024 से आव्रजन विभाग (यूएससीआइएस) ने अधिकांश आवेदनों की फीस बजट की कमी का हवाला देते हुए बढ़ा दी है।
अप्रेल 2024 से आव्रजन विभाग (यूएससीआइएस) ने अधिकांश आवेदनों की फीस बजट की कमी का हवाला देते हुए बढ़ा दी है।