दरअसल इस पुल के जरिए क्रीमिया होते हुए रूस यूक्रेन के दक्षिणी हिस्से में युद्ध के लिए समान भेजता था, जिसके कारण कई बार युक्रेनी अधिकारी इस पुल में हमला करने की धमकी देते थे। पुल में विस्फोट के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस हमले की सराहना की है। हालांकि इस हमले को लेकर उन्होंने जिम्मेदारी नहीं ली है।
कैसे हुआ रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले पुल में विस्फोट?
रूस की आतंकवाद-रोधी समिति ने बयान जारी करते हुए बताया है कि “यह विस्फोट ट्रक में रखे बम से हुआ है, जिसके बाद ईंधन ले जा रही ट्रेन की सात बोगियों में आग लग गई। इस विस्फोट के कारण पुल के दो हिस्से आंशिक रूप से ढह गए हैं।
रूस की आतंकवाद-रोधी समिति ने बयान जारी करते हुए बताया है कि “यह विस्फोट ट्रक में रखे बम से हुआ है, जिसके बाद ईंधन ले जा रही ट्रेन की सात बोगियों में आग लग गई। इस विस्फोट के कारण पुल के दो हिस्से आंशिक रूप से ढह गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले के बाद रूस की सुरक्षा बढ़ा दी है, जिसके तहत रूस के रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि वायु सेना प्रमुख जनरल सर्गेई सुरोविकिन अब यूक्रेन में सभी रूसी सैनिकों का कमान संभालेंगे। इससे पहले इन्हें दक्षिणी यूक्रेन में सैनिकों का प्रभार दिया गया था। वहीं सीरिया का अलेप्पो नष्ट करने के दौरान इन्होंने ही रूसी सेना का नेतृत्व किया था।
लंदन में थिंक टैंक चैथम हाउस के जेम्स निक्सी ने कहा कि “इस पर हमले से रूस के मनोबल पर और अधिक असर पड़ेगा और यूक्रेन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।” उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस पुल को फिर से बना सकते हैं, लेकिन युद्ध हारने के दौरान रूस इसका बचाव नहीं कर सकता है।
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