कई बरसों से अपने पास रखी थीं अस्थियाँ
इन तीर्थयात्रियों ने अपने प्रियजनों की अस्थियाँ कई बरसों से अपने पास रखी थीं। अपने पूर्वजों की राख रविवार को गंगा नदी के पवित्र जल में विसर्जित करने पर उनका मानना है कि उनके पूर्वजों को मोक्ष मिलेगा।
पूर्वजों की आत्मा को मुक्ति
हिंदू धर्मग्रंथों में कहा गया है कि गंगा में राख विसर्जित करने से पूर्वजों की आत्मा को मुक्ति मिलेगी। मंदिरों में दर्शन किए
भारत सरकार की ओर से दी गई विशेष वीज़ा की सुविधा के तहत इन पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों ने पहले भारत भर में विभिन्न मंदिरों में दर्शन किए। उनकी तीर्थयात्रा अयोध्या में राम मंदिर की यात्रा के साथ समाप्त हुई। एक ऐसा क्षण जिसे वे अविश्वसनीय रूप से शुभ मानते थे। आज उन्होंने अपने पूर्वजों की अस्थियों को हर की पौड़ी के पवित्र जल में विसर्जित कर अपना कर्तव्य पूरा किया।
हमारी यात्रा 25 दिनों की
पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों में से एक यात्री ने कहा, “हमारी यात्रा 25 दिनों की है। हम अपने पिता की अस्थियां लेकर कल हरिद्वार पहुंचे।” तीर्थयात्रियों ने पाकिस्तान से भारत की यात्रा में अपनी कठिनाइयों का जिक्र व्यक्त करते हुए भारत सरकार से वीजा प्रक्रिया सुव्यवस्थित करने का आग्रह किया। उन्होंने अपनी तीर्थयात्रा को आसान बनाने के लिए समय पर वीजा प्राप्त करने के महत्व पर जोर दिया।