हरेंद्रसिंह जोधा ने सीधे लंदन से बताया कि इस दौरान गाए गए गीत लोगों की जुबान पर चढ़ गए। एक बानगी देखिए :
लंदन मॉंय मॉंडी गणगौर,
जी ,लंदन मॉंय मॉंडी गणगौर ।
सज धज ,कर सोलह श्रंगार।
म्है घड़ी दोय जावस्यॉं ।
लंदन मॉंय ,मॉंडी गणगौर जी ।
लंदन मॉंय ,मॉंडी गणगौर
सखी सहेल्या में बातां चिता करस्या ।
जी ,बातॉं-चिता म्है करस्यॉं।
सगली घडल्यो घुमावस्यां।
जी घूमर म्है घालस्यॉं
लंदन मॉंय ,मॉंडी गणगौर
जी लंदन मॉंय ,मॉंडी गणगौर
थे भी पधारज्यो जी ।
हैतालूंवॉं ने लावज्यो।
ईसर पार्वती ने पूजज्यो।
गाज्यो गीत ,गणगौर का जी
गाज्यो गीत ,गणगौर का
लंदन मॉंय ,मॉंडी गणगौर
जी लंदन मॉंय ,मॉंडी गणगौर
NRI News in Hindi : उन्होंने बताया कि बर्मिंघम ( Birmingham), मैनचेस्टर ( Manchester), ऑक्सफोर्ड (Oxford) , चेम्सफोर्ड ( Chelmsford) और क्रॉयडन ( Croydon) जैसे दूर-दराज के शहरों से लोग आए। जब वे पहुंचे तो स्वयंसेवकों के बच्चों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, जिन्होंने अतिथियों के माथे पर तिलक लगाया और उन्हें खाने के लिए गुड़ का एक टुकड़ा दिया।
Gangaur News in Hindi : जोधा ने बताया कि RAUK का विजन सभी राजस्थानी लोगों को एक साथ लाना और एक मंच प्रदान करना है, जहां वे यूके में राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और परंपरा का उत्सव मना सकें। खासकर युवा पीढ़ी को एक ऐसा समुदाय देना, जहां वे अपनी जड़ों, संस्कृति और समृद्ध विरासत के बारे में सीख और समझ सकें।
Latest NRI News in hindi : उन्होंने कहा कि लंदन का गणगौर आयोजन अपने आप में अनुकरणीय रहा। क्योंकि इसमें योजना बनाने से लेकर तैयारी और मेन्यू की साज-सज्जा तक का नेतृत्व महिलाओं की एक टीम ने किया था। “टीम कुनबो के पुरुष हमेशा वहाँ थे और वास्तव में कई चरणों में उनका समर्थन अपूरणीय था। हम इसे महिलाओं के नेतृत्व वाली घटना बनाना चाहते थे और सभी टीमों में महिलाएं अग्रणी थीं और पुरुषों ने इस प्रक्रिया में पूरे दिल से साथ दिया।
London Gangaur News : जोधा ने कहा कि इस आयोजन में मुख्य भूमिका निभाने वाली राखीसिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, हम एक मिसाल कायम करते हैं कि अगर मौका दिया जाए तो महिलाएं घर से लेकर काम तक इस तरह के बड़े आयोजनों को प्रबंधित करने में बड़ी सफलता हासिल कर सकती हैं।
RAUK News in Hindi : उन्होंने बताया कि गणगौर उत्सव के लिए रंगबिरंगी ओढ़नी के साथ महिला अतिथियों ने रंगबिरंगे और पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर बहुत गर्व महसूस किया। किसी ने लहंगा चुन्नी पहनी तो किसी ने भारी ज्वैलरी और मैचिंग चूड़ियों के साथ बंधेज और गोटा पट्टी साड़ी पहनी। जबकि पुरुष समान रूप से उत्साहित लग रहे थे और सभी कुर्ता पायजामा या धोती पहन कर सिर पर साफा और पगड़ी पहन कर आए थे। महिलाएं मां गौरी को अर्पित करने के लिए कलश और दूब के साथ सजी हुई पूजा की थाली और गुना और अन्य पूजा सामग्री लेकर आईं।
Gangaur Festival News in Hindi: जोधा ने बताया कि आदमकद ईसर-गौर की मूर्तियों को नारंगी और सोने की ज़री की पोशाकों (Gangaur Costumes ) के साथ अनुकूलित गहनों से सजाया गया था। एक रात पहले स्वयंसेवक पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने मूर्तियों को सजाने के लिए और फूलों की माला, मखमली कपड़े और शीशे के कुशन के साथ कार्यक्रम स्थल सजाने की तैयारियां शुरू कर दी थीं।
Event Management of Ladies : उन्होंने बताया कि ठंडे वसंत के दिन, स्वयंसेवकों की गर्मजोशी और आतिथ्य ने इस कार्यक्रम को जोश और उत्साह से भर दिया। मेहमानों ने ‘ईसर-गौर’ (शिव-पार्वती के प्रतीक) की सवारी (जुलूस) का आनंद लिया, जहां रॉक के अपने संगीत बैंड ‘मरुधर एक्सप्रेस’ ( Marudhar Express) ने ड्रम और अन्य वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन किया। बैंड महिलाओं, पुरुषों और बच्चों से बना है, जिन्हें भविष्य की घटनाओं में भी प्रदर्शन करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। इसके बाद, यह सभी महिलाओं का एक भव्य पूजा समारोह था, जो जोड़े में बैठकर अनुष्ठान करते और प्रसिद्ध गणगौर गीत ‘गोर गोर गोमती’ गाते हैं।
Delicious Food : जोधा ने बताया कि लंदन गणगौर में अतिथियों ने स्वादिष्ट राजस्थानी व्यंजनों ( Rajastani Dishes )का लुत्फ उठाया, जिसमें कढ़ी पकोड़ा, लापसी, पनीर, पूड़ी, तड़का दाल, चावल और पापड़ के साथ गुलाब जामुन की मिठाई परोसी गई। प्रसाद के लिए ईसर और गौर माता को लापसी का भोग लगाया गया और फिर मेहमानों को परोसा गया।
Tradional Dresses : उन्होंने बताया कि महिलाओं और बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। महिलाओं ने ईसार गौर की साखी और गीत गाये गणगौर (Gangaur) की पूजा की और सूरज को अर्घ्य दिया। महिलाओं ने धींगा गवर की यादें ताज़ा कर दीं। कई महिलाएं पुरुषों के वेश में और कई पुरुष महिलाओं के वेश में प्रस्तुति देते नज़र आए। ईसर गौर की बिंदोली में ढोल, ताशों के बीच पूरा समां बंध गया और हर कोई थिरक उठा। लंदन की गलियों में ऐसा गजब माहौल ऐसा था कि भारत की यादें ताज़ा कर दीं । छोटी बच्चियों ने पहली बार गणगौर की पूजा सीखी और आनंद लिया। बिंदोरी में अबीर और गुलाल से भव्य स्वागत हुआ।
टीम कुनबो ( Team Kunbo) ने कहा कि यह राजस्थान, भारत के बाहर मनाया जाने वाला सबसे बड़ा गणगौर उत्सव है और हर साल ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है।
Cultural Heritage : मेहमानों ने कहा कि ‘लंदन गणगौर’ राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का दस्तावेज है। इस मौके रेनु जोशी,आँचल गोयल,भावना शर्मा,राजीव खीचड़ और अवधेश शर्मा आदि ने इस ईवंट में अहम भूमिका निभाई। यह कार्यक्रम न सिर्फ लंदन में बल्कि मेनचेस्टर में भी आयोजित किया गया जिसे नरेश नरूका, आनंद सिंह और संदीप ने आयोजित किया।