अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के इस मिशन का नाम है हैबिटेबल वर्ल्ड ऑब्जर्वेटरी (HWO)..ये लैब विशेष टेलीस्कोप से लैस होगी, जिसे ‘एलियन हंटिंग’ दूरबीन कहा जा रहा है। NASA के वैज्ञानिकों का कहना है कि वो इस टेलीस्कोप की मदद से 2050 तक ऐसे ग्रह की खोज करेंगे, जहां जीवन हो। यानी एलियंस रहते हों। इस मिशन के 2040 के आसपास प्रक्षेपण की योजना है। इसका लक्ष्य हमारे सौरमंडल से बाहर ऐसे ग्रह की खोज करना है, जहां लोग रहते हों।
एलियंस से जुड़े सभी सवालों के मिलेंगे जवाब
NASA के अधिकारियों का कहना है कि विशाल ब्रह्मांड में हम अकेले नहीं हैं। कई ग्रह ऐसे हो सकते हैं, जहां लोगों की आबादी हो। हमारे लिए कौतूहल यह है कि वे पृथ्वी के इंसानों से कितने विकसित हैं? शरीर की बनावट, बोलचाल और विज्ञान समेत कई मामलों में वे हमसे कितना अलग हैं? इस मेगा प्रोजेक्ट पर काम कर रहे वैज्ञानिकों ने सूर्य जैसे तारों के पास के पृथ्वी जैसे करीब 25 ग्रहों की पहचान की है।
जो फिलहाल सीमित है कल्पना तक…
NASA के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. जेसी क्रिस्टियनसेन का कहना है कि एचडब्ल्यूओ को टेलीस्कोप के जरिए सूर्य जैसे किसी तारे के आसपास के ग्रह पर जीवन के संकेत मिल जाएंगे। टेलीस्कोप को ‘सुपर हबल’ दूरबीन भी कहा जा रहा है, जो अन्य तारों की परिक्रमा कर रहे पृथ्वी के आकार जैसे ग्रहों की खोज करेगा। क्रिस्टियनसेन ने कहा, हम ऐसी चीज का पता लगाने वाले हैं, जो फिलहाल कल्पना तक सीमित है।
लॉन्चिंग के बाद सिग्नल के आसार
नासा के इस प्रोजेक्ट की टीम में खगोलविद, भौतिक विज्ञानी, इंजीनियर और दूसरे वैज्ञानिक शामिल हैं। इसी साल जनवरी में न्यूऑरलियंस में इनकी बैठक हुई थी। क्रिस्टियनसेन का कहना है कि अगर हमारी योजना कामयाब रही तो 2040 में लॉन्चिंग के बाद अन्य ग्रहों पर जीवन के सिग्नल मिलने की संभावना है।