जयशंकर ने साझा किए अपने विचार
भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया पर मालदीव के विदेश मंत्री से हुई मुलाकात पर अपने विचार साझा किए। जयशंकर ने ज़मीर और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। भारत के बारे में बात करते हुए जयशंकर ने कहा, “जहाँ तक भारत का सवाल है, हमारी पड़ोस प्रथम नीति और सागर दृष्टिकोण स्पष्ट हैं। मुझे उम्मीद है कि आज की हमारी मीटिंग से हमें कई क्षेत्रों में अपने दृष्टिकोण के अभिसरण को मजबूत करने में मदद मिलेगी। भारत मालदीव को विकास में मदद करने के मामले में प्रमुख देश रहा है। हमारी परियोजनाओं ने मालदीव के लोगों के जीवन को फायदा पहुंचाया है। हमारी योजनाओं ने मालदीव के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सीधे योगदान दिया हैं। बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं और सामाजिक पहलों से लेकर चिकित्सा, निकासी और स्वास्थ्य सुविधाओं तक में मालदीव की भारत ने मदद की है। भारत ने अतीत में अनुकूल शर्तों पर मालदीव की वित्तीय सहायता भी की है। भारत मालदीव के लिए कई मौकों पर हमेशा सबसे पहले मदद करने वाला देश रहा है। हमारे सहयोग मालदीव की सुरक्षा और बेहतरी भी बढ़ी है। दुनिया आज एक अस्थिर और अनिश्चित काल से गुजर रही है। ऐसे समय में जो हमने कोरोना काल के दौरान, प्राकृतिक आपदाओं और आर्थिक कठिनाइयों के दौरान देखा, पड़ोसियों के साथ घनिष्ठ साझेदारी बहुत अहम होती है। इसलिए आज हम अपने संबंधों के कई आयामों की समीक्षा करेंगे। यह हमारे सामान्य हित में है कि हम इस बात की समझ तक पहुंचें कि हम अपने रिश्ते को कैसे आगे बढ़ाते हैं।”