किसने दी नेतन्याहू की सुपारी
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की हत्या की साजिश किसी और ने नहीं बल्कि इजरायल के दुश्मन नंबर एक ईरान ने रची है। जिसे नाकाम कर इसमें शामिल एक इजरायली को गिरफ्तार किया गया है। इजरायल की आंतरिक सुरक्षा संभाल रही एजेंसी शिन बेट ने गुरुवार को दावा किया कि पीएम नेतन्याहू, रक्षा मंत्री योव गैलेंट और शिन बेट के निदेशक रोनेन बार की हत्या के लिए ईरानी खुफिया एजेंसियों ने इजरायली व्यवसायी तैयार किया था। फिलहाल उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है।
पेजर और वॉकी-टॉकी अटैक के बाद हुआ खुलासा
शिन बेट ने यह खुलासा नेबनान में सैकड़ों पेजर और वॉकी टॉकी फटने के बाद किया गया है। इस शृंखलाबद्ध विस्फोट में 32 लोगों की मौत हुई, जबकि तीन हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। शिन बेट और पुलिस की जांच में पता चला है कि यहूदी नागरिक बिजनेस के चलते लंबे समय तक तुर्की में रह रहा था। उसके तुर्की और ईरान के नागरिकों से भी संबध हैं। इसी के चलते उसे मिशन के लिए चुना गया। शिन बेट की जांच में यह भी सामने आया कि इजरायली संदिग्ध ने मिशन के लिए 10 लाख डॉलर मांगे थे, लेकिन ईरानी अधिकारियों ने इतनी रकम देने से इनकार कर दिया। हालांकि दूसरी बार ईरान आने पर उसे पांच हजार यूरो दिए गए थे।
खुफिया जानकारी जुटाने को कहा
यरूशलम पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक योजना के तहत इस वर्ष अप्रेल में तुर्की के नागरिक आंद्रेई फारूक असलान और गुनीद असलान ने इजरायली व्यवसायी से संपर्क किया। इसके बाद उसे एक ईरानी से मिलने के लिए तुर्की के समंदाग में बुलाया गया। यहां से कार के जरिए उसे ईरान भेजा, जहां मिशन को लेकर ईरानी सुरक्षा एजेंसी के अधिकारी से उसकी बात हुई। खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए इजरायली संदिग्ध से कुछ साइटों की फोटो और वीडियो लेने के लिए भी कहा गया।
इजरायल ने ध्वस्त किए हिजबुल्लाह के कई ठिकाने
इस बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद इजरायल ने दक्षिणी लेबनान के उन इलाकों में ताबड़तोड़ हमले किए, जहां हिजबुल्लाह का बड़ा नेटवर्क माना जाता है। इजरायली सेना के मुताबिक इस हमले में हिजबुल्लाह के छह ठिकानों को तबाह किया गया। इनमें खियाम इलाके में स्थित हिजबुल्लाह का हथियार भंडार भी शामिल है।
सभी बंधक रिहा करो, युद्ध खत्म कर देंगे- इजरायल
इजरायल ने हमास के साथ समझौते की पेशकश की है। इजरायली सार्वजनिक प्रसारण निगम (आइपीबीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने कहा है, यदि हमास सभी बंधको को रिहा कर देता है तो गाजा पट्टी में लड़ाई खत्म कर देंगे। साथ ही इजरायली जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने और गाजा पट्टी से सेना हटाने का भी प्रस्ताव दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बंधकों की रिहाई के बदले युद्ध विराम का यह प्रस्ताव पिछले सप्ताह वाइट हाउस और विदेश विभाग के अधिकारियों की बैठक में पेश किया गया