कौन किस पर पड़ेगा भारी ? अब ज़रा भारत और इसके दुश्मन देशों की शक्तियों को आंकते हैं कि कौन किस पर भारी पड़ने वाला है। बात पहले उस पाकिस्तान की करते हैं जो भारत को खत्म करने का सपना संजोए बैठा है। दुनिया की सैन्य शक्तियों का आंकलन करने वाली संस्था ग्लोबल फायर पॉवर (Global Fire Power) ने इस साल रिपोर्ट जारी की है। जिसमें भारत को दुनिया की चौथी सबसे मजबूत सैन्य शक्ति करार दिया गया है। इस लिस्ट में दुश्मन देश पाकिस्तान का नाम नवें नंबर पर है। अब इनकी सैन्य ताकत का आंकलन करते हैं इन दोनों की देशों की थल सेना की तुलना करने पर पता चला कि…
थल शक्ति भारत पाकिस्तान
टैंक 4,614 3472
व्हीकल 151,248 50,523
स्वचालित तोपखाना 140 752
टोड तोपखाना 3243 3238
रॉकेट तोपखाना 702 602 सोर्स- ग्लोबल फायर पॉवर इंडेक्स-2024 वायु शक्ति भारत पाकिस्तान एयरक्रॉफ्ट 2296 1434
फाइटर जेट 606 387
अटैक टाइप 130 90
ट्रांसपोर्ट (फिक्स विंग) 264 60
ट्रेनर्स 351 549
स्पेशल मिशन 70 25
टैंकर फ्लीट 6 4
हेलिकॉप्टर्स 869 352
अटैक हेलिकॉप्टर्स 40 57
टैंक 4,614 3472
व्हीकल 151,248 50,523
स्वचालित तोपखाना 140 752
टोड तोपखाना 3243 3238
रॉकेट तोपखाना 702 602 सोर्स- ग्लोबल फायर पॉवर इंडेक्स-2024 वायु शक्ति भारत पाकिस्तान एयरक्रॉफ्ट 2296 1434
फाइटर जेट 606 387
अटैक टाइप 130 90
ट्रांसपोर्ट (फिक्स विंग) 264 60
ट्रेनर्स 351 549
स्पेशल मिशन 70 25
टैंकर फ्लीट 6 4
हेलिकॉप्टर्स 869 352
अटैक हेलिकॉप्टर्स 40 57
सोर्स- ग्लोबल फायर पॉवर इंडेक्स-2024 भारत के ये एयरक्रॉफ्ट्स पल भर में कर देंगे सफाया वहीं अब अगर दोनों देशों की सेनाओं में मैन पॉवर की बात करें तो इसमें भी भारत अव्वल है। भारत के पास अनुमानित तौर पर कुल 51 लाख 37 हजार 550 मिलिट्री सैनिक हैं। तो पाकिस्तान के पास सिर्फ 17 लाख 4 हजार सैनिक ही हैं। इसके अलावा भारत के पास तेजस, राफेल, जगुआर, सुखोई, मिराज, मिग-29, मिग-21 जैसे आधुनिक फाइटर जेट हैं। जो सिर्फ एक कमांड पर सेकेंडों में दुश्मन को तबाह कर सकते हैं। इन फाइटर जेट से तो दुनिया के कई देश खौफ खाते हैं।
चीन ने दिखाई आंख तो… बात अगर चीन की करें तो सैन्य शक्ति के मामले में वो दुनिया में तीसरे नंबर है यानी भारत से एक कदम ऊपर लेकिन चीन की विस्तारवादी नीतियों के चलते वो पूरी दुनिया की नज़रों में चढ़ा हुआ है। भारत और चीन के शक्तियों की तुलना करें तो इन्हीं शक्तियों के साथ भारत ने चीन का सामना डोकलाम मामले (Doklam standoff issue) में भी किया था और गलवान वैली मामले (Galwan Valley Issue) में भी। दोनों की मामलों में चीन को भारत के हाथों मुंह की खानी पड़ी थी। मतलब साफ है कि अगर इन दोनों देशों में युद्ध होता है तो चीन के पास सिर्फ 31 लाख 70 हजार ही सैनिक हैं जिनके बल पर वो भारत के 51 लाख 37 हजार 550 मिलिट्री सैनिकों के साथ लड़ेगा। जाहिर है यहां पर भारत उसे वैसा ही जवाब देगा जैसा गलवान और डोकलाम में दिया था।