सेना को मिले ‘विशेष’ अधिकार
द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के मुताबिक ये आपातकाल अगले 48 घंटों के लिए रहेगा। इज़राइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने आपातकाल लागू करने का ऐलान किया। ये आपातकाल “होम फ्रंट में विशेष स्थिति” के तौर में आता है, जो आईडीएफ यानी इजरायल की सेना को होम फ्रंट कमांड को प्रतिबंध जारी करने में सक्षम बनाता है। इस आपातकाल में अधिकारियों को नागरिक आबादी पर सामान्य से ज्यादा अधिकार दिए जाते हैं। जिससे उनकी सुरक्षा के प्रयास सरल हो जाते हैं। ये 48 घंटों के लिए ही वैध है लेकिन तब तक, जब तक कि कैबिनेट मंत्रियों इसे आगे बढ़ा नहीं देते। बता दें कि जैसे-जैसे हिजबुल्लाह के साथ इजरायल का तनाव बढ़ता जा रहा है, इज़राइली जनता आगे की घटनाओं की संभावना के लिए हाई अलर्ट पर है।
घर छोड़ जाएं लेबनानी नागरिक
इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने लेबनान के नागरिकों को चेतावनी दी जो दक्षिणी लेबनान में हैं। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि वो दक्षिणी लेबनान में रहने वाले लेबनानी नागरिकों को चेतावनी देते है। वो मानते हैं कि हिजबुल्लाह अब लेबनान के नागरिकों के घर के पास इजरायली क्षेत्र में व्यापक तौर पर गोलीबारी करने की तैयारी कर रहा है। इसलिए वो लोग खतरे में हैं। इजरायली सेना हिजबुल्लाह पर हमला करते हैं और उन्हें हटाते हैं। इसलिए लेबनान के नागरिक उन जगहों को छोड़कर चले जाएं।रॉकेट, मिसाइलों से इजरायल पर हमला कर रहा हिजबुल्लाह
इजरायल ने ये भी कहा कि इसके जवाब में इजरायल पर हिजबुल्लाह रॉकेट और मिसाइलों और फाइटर जेट से हमला कर सकता है। ऐसे में आपातकाल के नियमों के तहत होम फ्रंट कमांड के “जीवन रक्षक” निर्देश सभी इलाकों में जारी कर दिए जाएंगे। होम फ्रंट कमांड उन क्षेत्रों को अपडेट करेगा जहां किसी को संरक्षित क्षेत्र के पास या संरक्षित क्षेत्र के अंदर रहना चाहिए। बता दें कि बीते महीने तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयाह की हत्या के बाद ईरान ने इजरायल से बदला लेने की कसम खाई थी। जिसके बाद ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) (एक घोषित आतंकी संगठन) ने 31 जुलाई को इजरायल पर हमला करने का ऐलान किया था। इस हमले में हिजबुल्लाह के आतंकी भी शामिल हैं।