चीन पर नेहरू की नहीं, पटेल की नीति अपनाई जाएगी
विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत-चीन के संबंधों को लेकर कहा, “जवाहर लाल नेहरू ने चाइना फस्र्ट की पॉलिसी पर काम किया। नेहरू और सरदार पटेल के बीच इस मुद्दे पर मतभेद रहा कि चीन को कैसे जवाब दिया जाए। हमारी सरकार चीन के साथ संबंधों में सरदार पटेल की यथार्थवाद की धारा के मुताबिक काम कर रही है।”
भारत-कनाडा संबंधों पर भी दिया बयान
विदेश मंत्री ने भारत-कनाडा संबंधों पर बात करते हुए कहा, “कनाडा की राजनीति में खालिस्तानी ताकतों को बहुत जगह दी गई। उन्हें ऐसी गतिविधियों में शामिल होने की छूट मिली हुई है जिससे संबंधों को नुकसान पहुंच रहा है। मुझे नहीं लगता कि हम अपने विचार किसी पर थोप रहे हैं। हमें ज़्यादा प्रासंगिकता से देखा जाता है। हमें कई परिणामों को प्रभावित करने की क्षमता के रूप में देखा जाता है। विदेशी मीडिया में जो कुछ आता है, उसे अंतिम सत्य के तौर पर लेने की जरूरत नहीं है। इसके पीछे कई सारे मानक छिपे होते हैं।”
‘भारत’ शब्द पर न हो संकीर्ण बहस
‘भारत’ शब्द को लेकर चल रही बहस पर जयशंकर ने कहा, “कई मायनों में लोग बहस अपने संकीर्ण उद्देश्यों के लिए करते हैं। भारत शब्द पर संकीर्ण राजनीतिक या सांस्कृतिक बहस नहीं होनी चाहिए। अगर हम वास्तव में अगले 25 साल में ‘अमृत काल’ के लिए गंभीरता से तैयारी कर रहे हैं और विकसित भारत की बात कर रहे हैं, तो यह तभी संभव हो सकता है जब आप ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनें।”