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अजब गजब

समुंदर को थाम लेती है यह कांच की दीवार, धरोहर बचाने के लिए लगाया जुगाड़

St. Mark’s Basilica in Venice seawater erosion: यह एक सरल समाधान है लेकिन बहुत मुश्किल समस्या का निदान भी है। यह नहरों के शहर वेनिस में सेंट मार्क बेसिलिका के संगमरमर के स्तंभों और बेशकीमती मोजाइक को समुद्री जल से होने वाले कटाव से सुरक्षित रख सकता है। दरअसल, 900 साल पुराने चर्च के चारों ओर कांच की दीवार बना दी गई है। अब ज्वार बाढ़ का पानी बेसिलिका में नहीं घुस सकता।

Dec 23, 2022 / 12:10 pm

Amit Purohit

St Marks Basilica, Venice

वेनिस में आखिरी बार 12 नवंबर, 2019 को बाढ़ आई थी, जब पानी सामान्य से 1.87 मीटर ऊपर पहुंच गया था। समुद्री नमक से शहर की ऐतिहासिक इमारतों को भारी नुकसान होने का खतरा बन गया था। नहरों के बीच लकड़ियों पर बना इटली का महलनुमा शहर वेनिस 1,600 साल पहले अपनी नींव रखने के बाद से बाढ़ से जूझ रहा है। अन्य तटीय क्षेत्रों की तरह, बढ़ते समुद्र के स्तर का अर्थ है अधिक बार-बार उच्च ज्वार। नहरों के शहर में कोई सड़क नहीं है, आने—जाने के लिए केवल फुटपाथ और नावें ही सहारा है। बाढ़ का मतलब है कि शहर के 80 फीसदी पैदल मागों का पानी में डूब जाना।
बार—बार जलप्रलय से हुई परेशानी
यहां सेंट मार्क बेसिलिका को उस समय वेनिस के ऊंचाई वाले इलाके में बनाया गया था लेकिन बढ़ते समुद्र के स्तर के कारण अब यह जगह शहर के सबसे निचले स्थानों में शुमार हो गई है। नवंबर 2019 में यहां बाढ़ विशेष रूप से विनाशकारी थी क्योंकि बार-बार जलप्रलय के बाद पानी जल्दी से वापस नहीं जा रहा था और बेसिलिका के कुछ हिस्से 24 घंटे तक डूबे रहते थे।
कारगर साबित हुआ यह जुगाड़
सेंट मार्क बेसिलिका को समुद्र के पानी से बचाने के लिए कांच की दीवार खड़ी कर दी गई है और यह जुगाड़ बहुत कारगर भी साबित हुआ है। दरअसल, यहां समुद्री पानी भर जाता था। पानी के भाप बनकर उड़ जाने के बाद भी खारे पानी के नमक के क्रिस्टल पीछे छूट जाते थे जो बेसिलिका के स्तंभों के संगमरमर के बेस और फर्श के मोजाइक को खराब कर देते थे। बैरियर ग्लास से बने होते हैं जो समुद्री ज्वार के पानी को रोकने के लिए सेंट मार्क स्क्वायर के फुटपाथ के नीचे कंक्रीट में दबाकर खड़े किए गए हैं। सिस्टम समुद्र तल से 1.90 मीटर के ज्वार के बराबर वर्ग में 1.10 मीटर (3 फीट 6 इंच) तक पानी रोक सकता है।
मोस सिस्टम भी मददगार
फ्लड बैरियर सिस्टम, 78 येलो फ्लड गेट्स का एक नेटवर्क है जो वेनिस लैगून के तीन प्रवेश द्वारों को सीफ्लोर से ब्लॉक करता है। बारिश के मौसम में इसे एक्टिव कर दिया जाता है। यह बाढ़ के खिलाफ शहर की सुरक्षा करता है। इस प्रणाली को मोस के रूप में जाना जाता है, जो इटालियन में इसके नाम का संक्षिप्त नाम है। मल्टी-बिलियन डॉलर सिस्टम को 1984 में डिजाइन किया गया था और लागत में वृद्धि, भ्रष्टाचार, घोटालों आदि के चलते अक्टूबर 2020 में इसका संचालन शुरू हुआ।

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