उज्जैन

कैसे बनता है महाकाल मंदिर का लड्डू प्रसाद ? जानिए


Akash Dewani

19 December 2024

लड्डू प्रसाद चिंतामणि मंदिर के पास एक यूनिट पर तैयार किए जाते हैं। प्रतिदिन 20-30 क्विंटल पर यूनिट लड्डू बनाए जाते है।

सामग्री: चना दाल, देशी घी, बूरा, काजू, बादाम, किशमिश, इलायची पाउडर और मौसम के अनुसार कुछ विशेष जड़ी-बूटियां ली जाती हैं।

दाल को पीसने के बाद उसे बड़े कढ़ाई में डालकर उसमे शुद्ध देशी घी मिलाया जाता है और धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूना जाता है।

बूरा को हल्का गर्म करके उसकी चाशनी बनाई जाती है। इसे एक खास तापमान तक गर्म किया जाता है ताकि लड्डू में सही मिठास बनी रहे।

भुनी हुई पीसी दाल में चाशनी, इलायची पाउडर और ड्राई फ्रूट्स मिलाए जाते हैं।

ड्राई फ्रूट्स मिलाने से पहले उनकी गुणवक्ता की जांच की जाती है।

गर्म मिश्रण से अनुभवी रसोइयों द्वारा हाथों से लड्डू बनाए जाते हैं। इनका आकार एक समान रखा जाता है।

लड्डुओं को एक साफ स्थान पर फैलाकर ठंडा किया जाता है ताकि वे सख्त और टिकाऊ बनें।

पूरी तरह से ठंडे लड्डुओं को हाइजीनिक तरीके से मंदिर की स्वीकृत थालियों और डिब्बों में पैक किया जाता है।

लड्डुओं को भगवान महाकाल के अभिषेक और विशेष पूजन के बाद प्रसाद के रूप में स्वीकार किया जाता है।