मैहर मंदिर में नवरात्रि में भक्तों का सैलाब उमड़ता है. कोई खाली हाथ नहीं लौटता.
मैहर माता मंदिर यहा स्थित त्रिकुट पहाड़ी पर बसा है। कहा जाता है कि यहां देवी सती के कंठ और हार गिरा था इसलिए इस शक्तिपीठ का नाम मैहर यानी मां का हार पड़ गया।
मैहर माता मंदिर के जाने के लिए आ ट्रेन रूट पकड़ सकते हैंष देशभर के 22 शहरों से जुड़ा है। नवरात्रि में इन दिनों रेलवे ने 14 ट्रेनों का हाल्ट भी शुरू किया है।
प्रयागराज, जबलपुर और रीवा एयरपोर्ट से आप मैहर पहुंच सकते हैं।
मैहर मंदिर जाने के लिए आप सड़क मार्ग का यूज भी कर सकते हैं।