राजगढ़

जिले के भाटखेड़ी गांव में होती है रावण और कुंभकरण की पूजा। स्थानीय लोग गांव के सुख, शांति और समृद्धि के लिए उनकी पूजा करते हैं।


Faiz Mubarak

12 October 2024

एक तरफ पूरा देश असत्य पर सत्य की विजय के लिए रावण दहन करता है तो वहीं भाटखेड़ी वासी रावण और कुंभकरण को इष्ट देव मानकर उनकी पूजा करते हैं।

भाटखेड़ी गांव में करीब 150 साल पुरानी रावण और कुंभकरण की मूर्तियां भी स्थापित हैं। इन दोनों मूर्तियों को ग्रामवासी इष्टदेव मानते हैं।

मान्यता के अनुसार, इनकी पूजा से कभी भी विपत्ति नहीं आती। ग्रामीणों की माने तो रावण और कुंभकरण उनके गांव की रक्षा करते हैं।

गांव पर कोई विपदा आए या बारिश न हो तो ग्रामीण इकट्ठे होकर रावण देवता से प्रार्थना करते हैं। जिस दिन पूजा होती है उसी दिन बारिश होने लगती है।

इस गांव को रावण वाली भाटखेड़ी के नाम से भी जिलेभर में जाना जाता है।