दिवाली से दो दिन पहले यानी 29 अक्टूबर 2024 को Dhanteras का त्योहार मनाया जाएगा।
इस दिन शाम के समय लक्ष्मी माता और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है।
Dhanteras के दिन दिन प्रदोष काल में यम का दीपक जलाने का प्रचलन काफी लंबे समय चलते आ रहा है।
Dhanteras के दिन सूर्सास्त के बाद शाम को ही यमराज के निमित्त दीपक जलाया जाता है।
ऐसी मान्यता है कि दीपदान से यमदेव प्रसन्न होते है और परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु से सुरक्षा करते है।
Dhanteras की शाम घर के बाहर 13 दीपक जलाए और इन्हें मुख्य द्वार पर रखें।
एक पुराना मिट्टी के दीपक में चार बाती लगा लें और इसे सरसों के तेल से प्रज्वलित करें।
अब घर के बाहर दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके इस दीपक को जलाएं और मंत्र उच्चारण करते हुए इसे रखें।
यम दीपम मंत्र: मृत्युना पाशहस्तेन कालेन भार्यया सह। त्रयोदश्यां दीपदानात्सूर्यज: प्रीतयामिति।
इन्हीं कारणों से जलाता जाता है यम का दीपक
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित ह। Patrika इसकी पुष्टी नहीं करता है।