ड्रोन से बाघ की स्तिथि की जानकारी ली जा रही थी।
मॉनीटरिंग के लिए उसके गले पर रेडियो कॉलर लगाया गया है।
घनी आबादी वाले इलाके के बीच बाघ पैरे के एक ढेर में जा छिपा।
बेहोश होने के बाद बाघ के स्वास्थ्य की जांच की गई।
कानन पेेंडारी से डॉक्टरों की टीम भी यहां पहुंच चुकी थी।