नए प्रकार की साइबर ठगी युवाओं और महिलाओं को खासतौर पर निशाना बना रही है।
डिजिटल अरेस्ट एक साइबर अपराध है, जिसमें अपराधी मानसिक रूप से परेशान करते हैं।
अपराधी पहले दोस्ती करते हैं और धीरे-धीरे उनका विश्वास जीतते हैं। इसके बाद वे व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं।
डिजिटल अरेस्ट में मानसिक शोषण के जरिए पीड़ित को परेशान किया जाता है।
ठगी एक आर्थिक अपराध है, जिसमें अपराधी पैसे वसूलने का प्रयास करते हैं।
ठग अक्सर अपनी प्रोफाइल को असली दिखाने के लिए नकली तस्वीरों और जानकारी का सहारा लेते हैं।