राष्ट्रपति भवन पहुंचकर ग्रामीणों ने बताया कि कैसे नक्सली हमलों की वजह से वो अपाहिज हुए।
कुछ दिन पहले Bastar Naxal Victim ने अमित शाह को सुनाई थी अपनी व्यथा।
साथ ही उनके गांवों का विकास रुक गया। कई बच्चे अनाथ हो गए।
जंतर- मंतर पर गूंजा, सुनो नक्सली हमारी बात।
बस्तर के अलग-अलग गांवों से 50 से अधिक ग्रामीण दिल्ली गए हुए हैं।
बस्तरवासियों का दर्द सुन राष्ट्रपति ने नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की।