फर्जी बिलिंग और DMF घोटाले मामले में रफीक मेमन के यहां रेड मारी गई है।
ED ने 90 करोड़ 48 लाख 22 हजार 255 रुपए के घोटाला का चालान पेश किया था।
डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड कोरबा के फंड से अलग-अलग टेंडर आवंटन में बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है।
जांच रिपोर्ट में यह पाया गया है कि, टेंडर की राशि का 40% सरकारी अफसर को कमीशन के रूप में दिया गया है।