ईमानदारी: अपने बच्चे को ईमानदार होना सिखाएं, क्योंकि ईमानदारी उन्हें एक बेहतर इंसान बनाने में मदद करेगी। लेकिन सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप खुद एक ईमानदार व्यक्ति बनें।
सम्मान करना: आप अपने बच्चों को दूसरों का सम्मान करना जरूर सिखाएं, यह बेहद जरूरी है। ध्यान रखें कि बच्चों को स्वाभाविक रूप से दूसरों के प्रति सम्मान की भावना का ज्ञान नहीं होता।
आभार जताना: आभार का मतलब है, अच्छी चीजों के लिए धन्यवाद देना और उनकी सराहना करना। अपने बच्चे को यह सिखाना आसान है कि जब वह किसी से कुछ लें, तो बस "धन्यवाद" कहें।
माफी का महत्व: आप अपने बच्चे को माफी का अर्थ एक साधारण वाक्य से सिखा सकते हैं “हम माफ करते हैं जब हम किसी को चोट पहुंचाते हैं या परेशान करते हैं।” उन्हें अपनी गलतियों को स्वीकार करना और सच में माफी मांगना भी सिखाना बहुत जरूरी है।
फीलिंग्स को एक्सप्रेस करना सिखाएं: 0 से 5 साल की उम्र में बच्चों को अपनी फीलिंग्स की पहचान करना और उन्हें स्पष्ट रूप से एक्सप्रेस करना मुश्किल होता है। पॉजिटिव तरीके से फीलिंग्स की पहचान और एक्सप्रेस करना सीखना बच्चों को जीवन में बाद में सफल होने के लिए मजबूत नींव बनाता है।