बेहद दिलचस्प कहानी है। एक कीड़े की वजह से इस शहर का रंग नीला हो गया था।
जब जोधपुर शहर की बसावट हुई, तब मकानों की चुनाई के लिए मुड का प्रयोग किया गया।
अब जोधपुर की पहाड़ियों में एक कीड़ा पाया जाता था, यह मुड को खाता था। इस पर लोगों को अपने घरों के गिरने का खतरा महसूस हुआ।
बस फिर क्या था नीले रंग की मिलावट से मकानों की पुताई होने लगी। ऐसा माना जाता है कि नीले रंग से मकानों में कीड़ा नहीं घुसेगा। अब घर सुरक्षित रहेंगे।
और तब से इसे ब्लू सिटी ऑफ इंडिया पुकारते हैं। आधुनिक दौर जोधपुर शहर की पुरानी पहचान बचाने के लिए नगर निगम और कई एनजीओ काम कर रहे हैं।