यूरिक एसिड (Uric acid) की अधिकता शरीर में गठिया, जोड़ों में सूजन और दर्द जैसी समस्याओं को जन्म दे सकती है।
शवासन (Corpse Pose) : शवासन तनाव को कम करता है, जो यूरिक एसिड (Uric acid) के स्तर को प्रभावित कर सकता है। यह विश्राम की स्थिति है जो शरीर को शांति और ऊर्जा देती है, जिससे तनावजनित हार्मोनल असंतुलन दूर होते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Lord of the Fishes Pose) : यह ट्विस्टिंग आसन गुर्दे और जिगर को उत्तेजित करता है, जो यूरिक एसिड (Uric acid) को शरीर से बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पवनमुक्तासन (Wind Relieving Pose) : यह आसन गैस को बाहर निकालने और पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है, जो यूरिक एसिड (Uric acid) को कम करने में सहायक है।
भुजंगासन (Cobra Pose) : भुजंगासन गुर्दों की कार्यप्रणाली को मजबूत करता है, जिससे शरीर से अतिरिक्त यूरिक एसिड (Uric acid) को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
त्रिकोणासन (Triangle Pose) : त्रिकोणासन पाचन क्रिया को सुधारता है, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ, जैसे यूरिक एसिड, बाहर निकलते हैं।
यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने के लिए केवल योग ही नहीं, बल्कि सही आहार और भरपूर पानी भी महत्वपूर्ण है। इन पांच योगासनों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप अपने शरीर को शुद्ध कर सकते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को संतुलित रख सकते हैं।