बादाम में विटामिन ई, पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को बढ़ाने में सहायक है। इससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
बादाम में मौजूद प्रोटीन, मैग्नीशियम और स्वस्थ वसा शरीर को ऊर्जा देने में मदद करते हैं। सुबह भीगे हुए बादाम खाने से दिनभर ऊर्जावान बने रह सकते हैं और थकान कम होती है।
बादाम में फाइबर की पर्याप्त मात्रा होती है, जो पाचन में सहायता करती है। फाइबर से कब्ज की समस्या कम होती है और आंतें स्वस्थ रहती हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया बेहतर होती है।
भीगे हुए बादाम का सेवन करने से दिमाग की सेहत में सुधार होता है। इनमें मौजूद राइबोफ्लेविन और एलकार्निटाइन जैसे पोषक तत्व संज्ञानात्मक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे याददाश्त तेज होती है और मानसिक थकान कम होती है।
विटामिन ई से भरपूर बादाम का सेवन त्वचा की सेहत में सुधार लाता है। यह त्वचा के कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे त्वचा निखरी और चमकदार होती है।
बादाम में एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे विटामिन ई और फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो शरीर की कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। प्रतिदिन लगभग 60 ग्राम बादाम खाने से शरीर में सूजन कम हो सकती है।
बादाम में प्रोटीन और फाइबर होता है जो लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और वजन कंट्रोल में रहता है। यह कैलोरी सेवन को नियंत्रित करने में भी सहायक है।
वयस्कों के लिए दिन में 20-25 बादाम खाना सेहत के लिए अच्छा होता है, जबकि बच्चों के लिए 10 बादाम पर्याप्त हैं।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।