यह दिन पूरी तरह से भगवान विष्णु को समर्पित है और यह वही पवित्र दिन है।
भगवान विष्णु चार महीने की अवधि के बाद जागते हैं। इसे चातुर्मास के नाम से भी जाना जाता है।
पंचांग के अनुसार, यह हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि या 11वें दिन मनाई जाती है।
इस साल यह 12 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी।
समुद्र मंथन से 14 बहुमूल्य रत्न निकले थे, जिनमें से एक माता लक्ष्मी भी थी।
समुद्र मंथन मुख्य रूप से अमृत कलश प्राप्त करने के लिए ही हुआ था।
इस कौस्तुभ मणि की उत्पत्ति भी समुद्र मंथन के दौरान हुई थी। इसे भी आप तिजोरी में रख सकते है।
ऐरावत हाथी समुद्र मंथन से ही निकला था। घर की तिजोरी में इसे रख दिया जाए।