Advantages and disadvantages of fasting : व्रत रखने से आत्मशुद्धि, आत्मानुशासन और आध्यात्मिक विकास होता है। यह ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है और मानसिक शांति को बढ़ावा देता है।
Advantages and disadvantages of fasting : व्रत के दौरान सीमित भोजन से वजन नियंत्रित रहता है। यदि सही ढंग से किया जाए, तो यह मोटापे को कम करने में सहायक हो सकता है।
मधुमेह और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं:व्रत के दौरान अधिक मीठा खाने से मधुमेह के रोगियों के लिए समस्या बढ़ सकती है। ऐसे लोगों को व्रत करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए।
तनाव और चिंता में कमी:व्रत रखने से मन को शांति मिलती है और तनाव कम होता है। यह ध्यान और आत्मनिरीक्षण के लिए समय प्रदान करता है, जिससे चिंता और तनाव में कमी आती है।
शारीरिक कमजोरी और रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी:लंबे समय तक व्रत रखने से शरीर में कमजोरी आ सकती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी हो सकती है। इससे शरीर संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकता है।
पाचन तंत्र की सफाई:व्रत करने से शरीर का पाचन तंत्र आराम करता है, जिससे शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त होने का समय मिलता है। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में सहायक होता है।
तनाव और चिंता में कमी:व्रत रखने से मन को शांति मिलती है और तनाव कम होता है। यह ध्यान और आत्मनिरीक्षण के लिए समय प्रदान करता है, जिससे चिंता और तनाव में कमी आती है।
बीमारी के दौरान व्रत से बचें:बीमारी के समय व्रत करने से शरीर की ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता घट सकती है, जिससे स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। इसलिए, बीमारी के दौरान व्रत करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।