भोपाल

वनवास के दौरान एमपी के इन क्षेत्रों से गुजरे थे श्री राम


Akash Dewani

14 November 2024

यूपी और एमपी से लेकर तमिल नाडु तक राम वन गमन पथ लोक का भी निर्माण कार्य चल रहा है।

चित्रकूट (सतना)- यहां भरत ने भगवान राम से अयोध्या लौटने का अनुरोध किया था। यहां वह शरभंग मुनि के आश्रम भी पधारे थे।

ओरछा (टीकमगढ़) - मान्यता है कि श्री राम बक्स्वाहा जंगल से निकले थे। ओरछा को दूसरा आयोध्या भी कहा जाता है।

अमरकंटक (अनूपपुर) - मान्यता है कि नर्मदा नदी के उद्गम स्थल में प्रभु श्री राम ने नर्मदा माता की पूजा की थी।

राम घाट (उज्जैन) - माना जाता है कि श्री राम अपने पिता दशरथ के अंतिम संस्कार के लिए यहां आए थे।

मगरमुंहा गांव (जबलपुर) - मान्यता है कि पिपरिया में स्थित मागरमुंहा गांव के पास से बहती नर्मदा नदी को पार कर दंडकारण्य की तरफ गए थे।

लखबरिया धाम (शहडोल) - स्थानीय मान्यताओं की मानी जाए तो श्री राम शहडोल के लखबरिया धाम आए थे।

सलेहा गांव (पन्ना) - वाल्मीकि रामायण में श्री राम के ऋषि अगस्तमुनि से उनके आश्रम आकर मिले थे जो की पन्ना में है।

बेतवा नदी क्षेत्र (विदिशा) - महर्षि च्यवन से मिलने के लिए श्री राम बेतवा नदी के तट के पास स्थित उनके आश्रम आए थे। यहां उन्होंने एक स्नान किया था।