राजधानी में ठंड बढ़ी है। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. किसलय श्रीवास्तव के अनुसार ठंड बढ़ने पर खून की नसें सिकुड़ती है। इस दौरान यदि ब्लॉकेज हो और अचानक उन पर दबाव पड़े तो हार्ट अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
बायलेटरल लंग इन्फेक्शन: मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. अनिल सेजवार के अनुसार बायलेटरल लंग इन्फेक्शन यानी द्विपक्षीय फेफड़ों का संक्रमण इसमें दोनों फेफड़ों में संक्रमण होता है। यह मुख्य रूप से बैक्टीरियल, वायरल और फंगल होते हैं।
इसी तरह का संक्रमण कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों में नजर आता था। विशेषज्ञों का कहना है कि लक्षण और इंडिकेशन कोरोना की तरह हैं।
आरटीपीसीआर जांच नहीं होने से किसी मरीज को कोरोना संक्रमित बताना संभव नहीं है। एम्स, जेपी और हमीदिया की ओपीडी में फेफड़े की समस्या से ग्रसित मरीजों की संख्या 40 फीसदी तक बढ़ी है।