पके हुए केले और गेहूं में कार्बाइड टॉक्सिन होते हैं। इस रसायन की ज्यादा मात्रा दिमाग में पहुंचने पर दौरे पड़ रहे हैं।
एमपी के डॉक्टरों ने किया खुलासा, मध्य प्रदेश के अस्पतालों में बढ़े ऐसे मरीज, जानें कैसे पहचानें कार्बाइड से पके केले
भोपाल के हमीदिया अस्पताल की एपिलेप्सी (मिर्गी) क्लीनिक में 1 साल में 3300 से ज्यादा मरीज पहुंचे। इनमें 665 बच्चे थे।
इसका पूरा नाम है कैल्शियम कार्बाइड, फिटकरी जैसा दिखने वाला एक केमिकल सेहत के लिए है खतरनाक।
1. केमिकल से पके केले ठोस नजर आते हैं। साफ-सुथरे चमकदार। प्रेस करने पर पके हुए से लगते हैं।
2. नेचुरल तरीके से पके केलों पर काले या भूरे रंग के धब्बे होते ही हैं, जबकि कार्बाइड जैसे खतरनाक केमिकल से पके केले के छिलकों पर आपको ये दाग नजर नहीं आएंगे। वहीं ऐसे केले खाने पर स्वाद में कच्चे लगते हैं।
3. एक बाल्टी लें और उसमें पानी भरें। अब इसमें केले डाल दें। अगर केले नेचुरल पके होंगे, तो ये डूबने लगेंगे, लेकिन अगर ये केले केमिकल से पके हैं, तो ये तैरने लगते हैं।