कभी था छोटा सा कस्बा होलकर महारानी अहिल्याबाई के शासनकाल में निखरा महेश्वर का अस्तित्व.
यहां दिखता है इतिहास और अध्यात्म का संगम, आधुनिक चकाचौंध से दूर सुकून परस्त शहर में देखने के लिए बहुत कुछ है और पाने के लिए सुकून की यादें...
खासियत ये कि बनारस के घाटों की तरह यहां भीड़ नहीं होती।
महेश्वर किला, इसकी वास्तुकला को देख आप वाह कहने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।
महेश्वर किले के ये झरोखे आपको गुरजे जमाने का गौरवशाली इतिहास सुनाते हैं।
राजवाड़ा महेश्वर की शान है। कभी राजशाही से आबाद रहने वाला ये किला आज गेस्ट हाउस बन चुका है। टूरिस्ट की पहली पसंद भी।
भगवान शिव को समर्पित है जलेश्वर महादेव मंदिर।
पंडरीनाथ मंदिर, भगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर के लिए कहा जाता है यहां स्थापित विष्णु भगवान सम्पूर्ण ब्रह्मांड की रक्षा करते हैं।
महेश्वर में है दुनिया भर में मशहूर ओंकारेश्वर मंदिर।
महेश्वर में घूमने के साथ ही आप यहां शॉपिंग का भी मजा ले सकते हैं। यहां तैयार होने वाली महेश्वरी साड़ियां वर्ल्ड फेमस हैं। टूरिस्ट प्लेस के आसपास आपको कई मार्केट मिल जाएंगे।