Homemade Kajal: भारत में घर पर काजल बनाने की परंपरा पुरानी और बहुत खास है। यह न केवल शुद्ध होता है, बल्कि इसके कई फायदे भी होते हैं।
आइए जानते हैं हर तरीके से बनने वाले काजल के गुण और उसे बनाने का सही तरीका।
सरसों के तेल का काजल: सरसों का तेल प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। यह आंखों को संक्रमण से बचाने में मदद करता है और ठंड के मौसम में आंखों के शेप को खूबसूरत बनाने में मददगार होते हैं।
बनाने का तरीका: इसे बनाने के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इसके ऊपर उलटी प्लेट को दो गिलास पर टिका दें। दीपक के जलने से जो कालिख बनेगी, उसे प्लेट से खुरचकर निकाल लें। उसके बाद इसमें 1-2 बूंद सरसों का तेल मिलाएं और आपका काजल तैयार है।
घी का काजल: घी आंखों बेहद फायदेमंद होता हैं। यह आंखों के ड्राइनेस को कम करता है।
बनाने का तरीका: इसे बनाने के लिए मिट्टी के दीपक में घी भरकर जलाएं। दीपक के ऊपर उलटी प्लेट को दो गिलासों पर टिकाएं। दीपक बुझने पर प्लेट के नीचे जमी कालिख को खुरच लें। इसे कटोरी में रखकर जरूरत के अनुसार तेल मिलाएं और काजल तैयार कर लें।
बादाम का काजल: बादाम में विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आंखों को पोषण देते हैं और डार्क सर्कल्स कम करने में मदद करते हैं।
बनाने का तरीका: सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसकी लौ पर दो बादाम रखें। एक उलटी प्लेट को दो गिलास पर टिकाकर दीपक के ऊपर रखें। बादाम जलने के बाद जो कालिख बनेगी, उसे खुरचकर निकाल लें। इसमें 1-2 बूंद तेल मिलाएं और आपका काजल तैयार है।