Narendra Modi constituency” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/09/pm_narendra_modi_constituency_-4_4814626-m.jpg”>वैसे कैंट रेलवे स्टेशन स्थित एईएन व आरएमएस कालोनी के लिए यह कोई नई समस्या नहीं है। सालों से इस कालोनी में बारिश होते ही जलजमाव हो जाता है। लेकिन नगर निगम का ध्यान उस तरफ होता ही नहीं मानों यह शहर से बाहर का इलाका हो। हालांकि कहने को इस कालोनी में जलनिकासी के नाम पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा दिए गए। लेकिन समस्या जस की तस है। न केवल कालोनी की सड़कों पर पानी जमा है बल्कि छतों से भी पानी टपक रहा है।टी रेल कर्मचारियों का कहना है। समय रहते बारिश पूर्व यदि छतों की मरम्मत तथा नाले, नालियों, सीवर लाइन की ठीक से सफाई हो तो पानी न लगे। लेकिन सफाई के लिए ठेका लेट होता है जिससे सफाई हो ही नहीं पाती और बारिश का मौसम आ जाता है। ऐसे में बरसात होने पर चारों तरफ जलजमाव हो जाता है। एक तरह से नाले,नालियों, सीवर की सफाई के नाम पर महज कोरम पूरा होता है।
कालोनीवासी कहते हैं कि आरएमएस कालोनी की बाउंड्री तोड़ कर जी टी रोड के किनारे किनारे स्टेशन साइड पर करोड़ों की लागत से बड़े नए नाले का निर्माण होली के पहले से हो रहा है जो अभी अधूरा है। इन कालोनियों में रहने वाले कर्मचारी व उनके परिजन परेशानी का सामना कर रहे। सम्बंधित विभाग सालों से कर्मचारियों को सिर्फ़ झूठा आश्वासन दे रहे है। इन समस्याओं को लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
उधर काजी सादुल्लापुरा के पार्षद व नगर निगम कार्यकारिणी समिति के सदस्य रमजान अली का कहना है कि इलाके के सारे मैनहोल उफना रहे है। लाख कहने के बाद भी न सीवर लाइन की सफाई हुई है न नाला-नाली की। इसके लिए महीनों से कहा जा रहा है। नगर निगम में कई बार धरना प्रदर्शन किया गया। तीन दिन पहले ही रात 10 बजे तक अर्द्ध नग्न हो कर पार्षदों ने प्रदर्शन किया था। रात 10 बजे नगर आयुक्त आए धरना स्थल पर और आश्वासन दिया। लेकिन हुआ कुछ नहीं। उन्होंने बताया कि अब सीवर लीकेज के चलते घरों में सीवर मिश्रित पानी आ रहा है। इसके विरोध में अब बुधवार को हम लोग जलकल पर प्रदर्शन करने की तैयारी में है।
आशापुर में फ्लाइओवर का निर्माण चल रहा है। निर्माणाधीन फ्लाइओवर के आस-पास से गुजरना मुश्किल है। मंगलवार को एक कार दलदल में ऐसी फंसी कि उसके बाद क्षेत्रीय नागरिकों को मिल कर उसे निकालना पड़ा। साथ ही नागरिक उस रास्ते से आने-जाने वालों को सचेत करते रहे। उधर चिरईगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी टापू में तब्दील हो गया है। इलाके के मरीज पहुंच ही नहीं पा रहे। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र की नाली बुरी तरह से जाम हो गई थी। ऐसे में बारिश होते ही पानी जमा हो जा रहा है। बड़ी मशक्कत कर नाली को कुछ साफ कर स्वास्थ्य केंद्र में जमा पानी को उसके पीछे की पोखरी में भेजा जा रहा है।